आरजीपीवी में 19.48 करोड़ रुपए का घोटाला
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी (आरजीपीवी) के 19.48 करोड़ रुपए प्राइवेट अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने के मामले में विश्वविद्यालय कुलपति सुनील कुमार को भी हटाया जा सकता है। इसके संकेत रविवार को तकनीकी शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यूनिवर्सिटी के खाते से करीब 20 करोड़ रुपए निजी खातों में ट्रांसफर किए जाने के मामले में कार्रवाई केवल रजिस्ट्रार तक सीमित नहीं रहेगी। रुपए ट्रांसफर किए जाने के मामले में चैक पर जिन – जिन अफसरों के साइन है, सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री परमार यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार की जांच की मांग को लेकर धरना दे रहे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं से चर्चा करके आरजीपीवी पहुंचे थे। उल्लेखनीय है प्राइवेट खातों में ट्रांसफर की गई राशि के कई चैक पर यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार डॉ. आरएस राजपूत और कुलपति सुनील कुमार के साइन जांच समिति को मिले हैं।
मंत्री परमार ने आरजीपीवी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि – रात में बैठक कर हमने तय किया है कि रिपोर्ट आई है, उसके आधार पर एफआईआर दर्ज करा रहे हैं। केवल रजिस्ट्रार ही नहीं बल्कि इस मामले में और भी जो – जो लोग है, चैक पर जिनके साइन हुए हैं। सभी को मुलजिम बनाया जा रहा है। तत्काल प्रभाव से एफआईआर करके यूनिवर्सिटी में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। इसलिए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। हम हर चीज की मुद्देवार जांच कराएंगे। हम उसकी आज ही एफआईआर दर्ज करवाएंगे।