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रीवा जेल में बंद भोपाल के युवक से मारपीट

भोपाल के युवक को रीवा जेल में पीटने का मामला सामने आया है। वह हत्या के केस में सजा काट रहा है। 12 मई को उसे नर्मदापुरम जेल से रीवा जेल में ट्रांसफर किया गया है। युवक की मां का आरोप है कि जेल में एक चक्कर अधिकारी (अष्टकोण प्रभारी) ने बेटे से सुकून से जेल काटने के नाम पर 50 हजार रुपए देने की मांग की थी। रकम नहीं देने पर उसे पीट-पीटकर अधमरा कर दिया है।

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उससे मिलने भी नहीं दिया जा रहा है। तब कोर्ट की शरण ली, न्यायालय ने बेटे से मुलाकात के आदेश दिए। इसके बाद बेटे से मुलाकात कराई गई। जेल में उसकी हालत बेहद खराब है, उसे कंधे पर दो लोग मुलाकात खिड़की तक लाए थे। तमाम प्रयासों के बाद भी जेल में बेटे को उपचार नहीं दिया जा रहा है। दोषियों पर कार्रवाई के लिए भी उन्होंने कोर्ट की शरण ली है।

शादाब कुरैशी के साथ रीवा जेल में मारपीट के आरोप लगे हैं।

शादाब कुरैशी के साथ रीवा जेल में मारपीट के आरोप लगे हैं।

जानिए कैदी की मां क्या बोलीं

ऐशबाग इलाके में रहने वाली सिद्दीका कुरैशी ने बताया कि उनका बेटा शादाब कुरैशी हत्या के केस में सजायाफ्ता है। बीती 12 मई को बेटे को नर्मदापुरम जेल से रीवा जेल के लिए ट्रांसफर किया गया है। जेल में दाखिल होते ही उससे रकम की मांग की जाने लगी। एक चक्कर अधिकारी ने पचास हजार रुपए देकर इत्मीनान के साथ जेल काटने की बात कही थी।

करीब एक हफ्ते बाद भी जब रकम की मांग पूरी नहीं की गई तो शादाब के साथ जमकर मारपीट की गई। उनके दोनों पैर तोड़ दिए गए। सिर और आंख में भी गंभीर चोट है। शरीर पर जगह-जगह निशान हैं। जेल में उसका इलाज भी नहीं कराया जा रहा है। उसके साथ मारपीट की सूचना फोन पर मिली थी, तब मैं दूसरे बेटे अनस के साथ रीवा गई। वहां शादाब की मुलाकात पर दो महीने की रोक का हवाला देकर उसे मिलवाने से इनकार कर दिया।

कई बार प्रयास करने पर भी मुलाकात नहीं करने दी गई। हम गरीब लोग हैं, रकम देकर मुलाकात करना आसान होता पर हमारे पास पैसा नहीं था। बेटे के लिए भी अगर पचास हजार रुपए दे दिए होते तो उसके साथ इस बेरहमी से मारपीट नहीं होती। पैसों के खातिर ही उसे पीटा गया है। हम उसके साथ बर्बरता करने वालों पर कार्रवाई चाहते हैं।

जेलर बोले- आरोप निराधार

रीवा जेल के जेलर योगेंद्र परमार ने बताया- शादाब के साथ मारपीट के आरोप निराधार हैं। सीएम हेल्पलाइन पर की शिकायत भी परिजनों ने वापस ले ली है। बंदी पूरी तरह से स्वस्थ्य है। स्वयं शादाब ने अपने बयानों में किसी के द्वारा किसी भी प्रकार की डिमांड करने की बात से इनकार किया है। 3 दिन पहले ही शादाब और परिजनों की मुलाकात हुई थी।

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