Russian Attack के बीच चीन की धमकी, ताइवान यूक्रेन जैसा नहीं है, वह तो हमारा ही हिस्सा है
China threat amid Russian attack। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव के बीच चीन ने भी ताइवान को अपना हिस्सा बताकर एक पुराने विवाद को फिर हवा दे दी है। रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष के कारण चीन के पड़ोसी देश ताइवान की भी चिंता बढ़ गई है। ताइवान को डर सता रहा है कि जब अमेरिका और पश्चिमी देशों का पूरा ध्यान यूक्रेन संकट की ओर केंद्रित है तो चीन ऐसे स्थिति का फायदा उठाकर ताइवान के खिलाफ दुस्साहसिक कदम उठा सकता है। गौरतलब है कि ताइवान पर चीन अपना दावा ठोकता रहा है और इस इलाके को चीन का अविभाज्य हिस्सा बताता रहा है।
चौकस हो गई ताइवान की सरकार
यूक्रेन संकट के बाद से ही ताइवान सरकार ज्यादा सतर्क हो गई है। उसने नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के तहत यूक्रेन वर्किंग ग्रुप भी बना दिया है। बुधवार को इस वर्किंग ग्रुप की बैठक में ताइवानी राष्ट्रपति साई इंग-वेन ने कहा कि हमें क्षेत्र में सैन्य गतिविधियों को लेकर सतर्कता और निगरानी बढ़ा देनी चाहिए और दूसरे देशों द्वारा फैलाई जा रही भ्रामक सूचनाओं से निपटना चाहिए, हालांकि उन्होंने चीन का सीधे-सीधे नाम नहीं लिया।
ब्रिटेन ने भी ताइवान को किया था अलर्ट
पिछले हफ्ते ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी ताइवान के लिए खतरे की चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर पश्चिमी देश यूक्रेन की स्वतंत्रता को लेकर अपने वादे को नहीं निभाते हैं तो दुनिया में इसके गंभीर नतीजे होंगे।
चीन ने दिया जवाब, ताइवान यूक्रेन नहीं है
इस पर प्रतिक्रिया जताते हुए बुधवार को बीजिंग में चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, “ताइवान यूक्रेन नहीं है। ताइवान हमेशा से चीन का अविभाज्य हिस्सा रहा है। यह एक निर्विवाद कानूनी और ऐतिहासिक तथ्य है।” उन्होंने ताइवान और यूक्रेन की स्थिति को समान बताने की कोशिशों को भी खारिज किया। गौरतलब है कि चीन ने पिछले दो साल में ताइवान के आस पास अपनी सैन्य गतिविधियां बढ़ा दी हैं।