जाने-माने थिएटर अभिनेता आलोक चटर्जी का 64 साल की उम्र में निधन हो गया। सोमवार रात 12 बजे भोपाल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह मध्यप्रदेश स्कूल ऑफ ड्रामा( MPSD) के पूर्व निदेशक भी थे। अभिनेता ओम पुरी के बाद एनएसडी (नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा) के दूसरे गोल्ड मेडलिस्ट रहे।
हिंदी सिनेमा के दिग्गज कलाकार रहे इरफान खान से भी आलोक चटर्जी की गहरी दोस्ती थी। दोनों ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में साल 1984 से लेकर 1987 तक एक साथ पढ़ाई की। दोनों ने तीन साल तक नाटकों में लीड रोल भी निभाए।

लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे रंगकर्मी बालेंद्र बालू ने बताया कि “सोमवार रात करीब 11-12 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वह कई बीमारियों से जूझ रहे थे। किडनी पैंक्रियाज में भी समस्याएं थीं। उन्हें बंसल हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती किया गया था। उनके शरीर में इन्फेक्शन फैल गया था। इसके चलते उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।
राष्ट्रपति ने दिया था संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड मध्य प्रदेश के दमोह में जन्मे आलोक चटर्जी 8वीं कक्षा पास कर जबलपुर चले गए थे। इसके बाद वे भोपाल में बस गए। बाद में उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से ड्रामा में डिग्री हासिल की। आलोक चटर्जी NSD से बेस्ट एक्टिंग के लिए गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले दूसरे शख्स थे।
उनसे पहले दिग्गज फिल्म स्टार ओम पुरी को नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा से गोल्ड मैडल मिला था। अपने अंतिम समय में अपने गृहनगर भोपाल में थिएटर कर रहे आलोक चटर्जी को 2019 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संगीत नाटक एकेडमी अवॉर्ड से सम्मानित किया था।
आलोक चटर्जी के पॉपुलर नाटक
- नटसम्राट शामिल है, जिसमें उनकी अदाकारी के लिए हमेशा सराहना की गई है।
- विलियम शेक्सपिटर के नाटक ‘अ मिड समर नाइट्स ड्रीम’ के निर्देशन के लिए उन्हें जाना जाता था।
- ऑर्थर मिलर के नाटक ‘डेथ ऑफ़ अ सेल्समैन’ के डायरेक्टर रहे थे।
- उनके अन्य पॉपुलर नाटकों में ‘शकुंतला की अंगूठी’, ‘अनकहे अफ़साने’, ‘आनंदमठ’ और ‘स्वामी विवेकानंद’ भी शामिल हैं।
- आलोक चटर्जी ने ‘महारानी’ और ‘हसीन दिलरुबा’ जैसी वेब सीरीज और ‘पटना शुक्ला’ जैसी फिल्मों में भी काम किया था।
नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
सीएम डॉ. मोहन यादव ने जताया दुख
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा
देश के प्रख्यात रंगकर्मी आलोक चटर्जी का भोपाल में निधन होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। चटर्जी ने अपने अभिनय और निर्देशन से रंगमंच को नई ऊंचाइयां प्रदान कीं। उनका निधन भारतीय रंगमंच के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा
मेरा मित्र, महाविद्यालयीन काल में सफल छात्र नेता, अभिनय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिष्ठा बनाने वाला आलोक चटर्जी जल्दी चला गया। शायद भगवान ने इतनी ही उम्र तय की होगी, ऐसा विश्वास करके मैं उसके चरणों में श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।