पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सिंधु जल समझौता निलंबित कर दिया है। अब पाकिस्तान को सिंधु नदी का पानी नहीं मिल पाएगा। केन्द्र सरकार के इस फैसले पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सवाल उठाए। तो केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जवाब दिया।
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टिकैत के बयान पर कहा-
कुछ लोग सरकार का विरोध करते-करते, देश का विरोध करने लगे हैं। जिन्होंने निर्दोषों का खून बहाया है। इसके जो जिम्मेदार हैं उन्हें पानी नहीं देंगे।
जानिए टिकैत ने क्या कहा था दो दिन पहले हरियाणा जाते समय यूपी के सहारनपुर शहर के नकुड़ कस्बे में भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भारत सरकार के फैसले पर कहा, किसान भारत का हो या पाकिस्तान का, पानी के अभाव में उसका नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह से पुराने समझौते को नहीं तोड़ना चाहिए। यह भी कहा कि सभी पाकिस्तानी खराब नहीं हैं। इस तरह की समस्याओं का हल होना चाहिए। इस तरह के हमले के लिए चूक तो सरकार की भी है। फौज में भी कटौती कर दी गई है।
नरेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि अब आतंकवाद के खिलाफ आर-पार की कार्रवाई का समय आ गया है। सरकार कड़े फैसले ले। सरकार आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई करें। लेकिन पानी रोकने जैसे फैसले न करें। इससे किसानों का नुकसान होगा।
हंगामा मचा तो टिकैत बोले- वीडियो गलत तरीके से दिखाया
बयान पर जब हंगामा मचा तो बीकेयू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने यूटर्न लेते हुए कहा, मेरी बात तोड़ मरोड कर पेश की जा रही है। हम तो भारत के साथ हैं। पहले से साथ रहते आए, आगे भी रहेंगे। किसी को कोई बात महसूस हुई होगी तो उसके लिए हम खेद जताते हैं।
हमने तो ये कहा था पानी पर सबका अधिकार है। जीव-जंतु भी हैं, इस तरह की बातचीत कही थी। किसी को कुछ लगा होगा। इतनी तनातनी चल रही है। तो कोई बात नहीं भारत सरकार की जिम्मेदारी है। इनकी थोड़ी कमी भी है।
पूरा पाकिस्तान दोषी नहीं
टिकैत ने दो दिन पहले कहा था कि पहलगाम हमले का पूरी दुनिया विरोध कर रही है। पाकिस्तान के इस हमले में भूमिका पर कहा कि पूरा पाकिस्तान तो दोषी नहीं है। जिस भी समाज में इस तरह के लोग हैं, उन पर अंकुश लगना चाहिए।
सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि आतंकवाद को रोका जा सके। सिंधु को लेकर हुए समझौते को तोड़ना ठीक तो नहीं है। हम किसान हैं और पानी रोकने से किसान का नुकसान होगा।
दो आदमी की सजा लाखों लोग भुगतें ये ठीक नहीं
टिकैत ने कहा- हमारे बड़े लोगों ने जो समझौता किया है, उसे तोड़ने से आम जनता त्राहि-त्राहि करेगी। गलती दो आदमी या दस आदमी करें और उसका सजा लाखों लोग भोगे यह तो ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि गलत को गलत मानना चाहिए।
टिकैत ने जिहादियों के लिये कहा कि असमाजिक तत्वों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। वह चाहे देश में हो या देश के बाहर हो। पूरा देश ही नहीं दुनिया भर से शोक की खबरें आ रही हैं। अपने देश में मुस्लिम समाज के लोग भी दुखी हैं। किसी तरह का आरोप नहीं लग रहा है। सभी एक दिखाई दे रहे हैं। इस मामले में सभी लोग एकजुट हैं और रहना भी चाहिए।