फ्री फायर गेम की लत में लड़के ने की खुदकुशी
17 साल के लड़के ने अपनी मां से पूछा, ‘तीसरी मंजिल से कूदने पर कितनी चोट लगती है’। एकबारगी तो मां भी सकपका गई। कहा- तू यह क्यों पूछ रहा है।’ दूसरे दिन उसने तीसरे मंजिल से कूदकर खुदकुशी कर ली। शव घर के पास लहूलुहान हालत में मिला। परिजन ने बताया कि बेटे को फ्री फायर गेम की लत थी। घटना वाले दिन पूरी रात वह गेम खेल रहा था।
घटना मंगलवार सुबह करीब 5 बजे मुरैना के अरतसुमा की है। दोपहर में शव काे पोस्टमार्टम के बाद परिजन को सौंप दिया गया।
सोचा था- मोबाइल में अपने मतलब की चीज देख रहा होगा
मुरैना जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर अरतसुमा में प्रधानमंत्री आवास बने हैं। यहां 17 साल का लड़का अपने माता-पिता के साथ रहता था। पिता बेंगलुरु में टाइल्स मिस्त्री का काम करते हैं। खुद बेंगलुरु में ही मिठाई की दुकान पर काम करता था। 27 अगस्त को ही वह मुरैना आया था।
मंगलवार सुबह पड़ोस में रहने वाले युवक ने घर आकर बताया कि तुम्हारा बेटा लहूलुहान हालत में पड़ा है। परिजन तुरंत वहां पहुंचे। उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां ग्वालियर रेफर कर दिया गया। ग्वालियर पहुंचने से पहले रास्ते में दम तोड़ दिया।
मां बोली- नहीं पता था, बेटा गेम खेलता है
लड़के की मां ने बताया कि बेटा अधिकांश समय मोबाइल पर ही बिताता था। सोचा- बेटा सयाना हो रहा है। अपने मतलब की कोई चीज देख रहा होगा, लेकिन यह नहीं पता था कि फ्री फायर गेम खेल रहा है। कई दिन बाद घर आने के बावजूद वह कम ही बोलता था। दिन भर मोबाइल में ही लगा रहता था। उससे कहा भी था कि कहीं घूमने भी जाया कर, लेकिन उसने अनसुना कर दिया।
मां ने बताया कि सोमवार को ही खाना बनाते समय बेटे ने पूछा, ‘जब कोई व्यक्ति तीसरी मंजिल से कूदता है, तो उसे कितनी चोट लगती है। मैंने उसे डांटा भी था। कहा था कि क्या फालतू बात करता रहता है। तू बड़ा हो गया है। काम पर जाता है। इस तरह की बातें क्यों करता है? इस पर बेटे ने कोई जवाब नहीं दिया। घटना वाले दिन भी मंगलवार सुबह 3:30 बजे वह बिस्तर पर लेटकर गेम ही खेलता रहा। गेम खेलते-खेलते जब नींद नहीं आई, तो वह सुबह 4:00 बजे बिल्डिंग की छत पर चला गया था।