आरक्षक ने थाने में सुसाइड की कोशिश की
भोपाल के अशोका गार्डन थाने में आरक्षक राहुल राणा ने सुसाइड करने की कोशिश की। वह फंदे पर लटकने ही वाला था कि पुलिसकर्मियों ने देख लिया और पकड़कर समझाइश दी। इससे पहले आरक्षक का एएसआई पवन रघुवंशी से विवाद हुआ था। सूचना के बाद आला अधिकारी रविवार की शाम को थाने पहुंच गए थे।
राहुल ने एएसआई की कोई लिखित शिकायत नहीं की है। हालांकि, उसने एसीपी के सामने कहा कि एएसआई उसे नौकरी से निकलवाने की धमकी देता था। जानकारी के मुताबिक राहुल राणा और एएसआई पवन रघुवंशी एक ही थाने में पदस्थ हैं। पिछले दिनों अशोका गार्डन पुलिस ने पंथ नगर में कारोबारी कैलाश खत्री के घर छापा मारा था। खत्री के घर 40 लाख रुपए नकद मिले थे। इस मामले में कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम पर रकम में हेरफेर करने के आरोप लगे थे। इसके बाद थाना प्रभारी सहित पांच लोगों को लाइन अटैच किया गया था।
कार्रवाई कराने की धमकी देते थे एएसआई
सूत्रों की मानें तो पवन इसी मामले में राहुल पर कार्रवाई कराने की बात कहकर उसे धमका रहे थे। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कई दिनों से तनातनी चल रही थी। रविवार की शाम को थाना परिसर में इन दोनों का विवाद हुआ। इसके बाद राहुल थाने के ऊपर एक कमरे में गया, वहां उसने फांसी का फंदा बनाकर पंखे से बांध लिया। यह देखकर साथी पुलिसकर्मियों ने उसे रोका। बाद में मामले की सूचना अधिकारियों को दी। एसीपी अक्षय चौधरी मौके पर पहुंचे। दोनों को समझाइश दी, दोनों उनके सामने ही एक-दूसरे को खरी खोटी सुनाई।
सुसाइड नोट को चबा लिया
बताया जा रहा है कि एसीपी जब मौके पर पहुंचे तो राहुल की जेब में एक नोट रखा था। जब उससे वह नोट दिखाने के लिए कहा तो उसने कागज को चबा लिया। सूत्रों का दावा है कि इसी कागज में सुसाइड नोट लिखा गया था। एसीपी की समझाइश के बाद दोनों पक्षों को उनके घर के लिए रवाना किया गया।
दोनों पक्षों ने बात करने से मना किया
मामले में राहुल राणा से फोन पर संपर्क किया। उन्होंने घटना के संबंध में कुछ भी कहने से मना कर दिया। वहीं, पवन रघुवंशी से फोन पर संपर्क नहीं हो सका है। एसीपी अक्षय चौधरी से भी फोन पर संपर्क नहीं हो सका है।