गरीब बोले-मकान तुड़वाना चाहते हैं भाजपा जिलाध्यक्ष:महिलाएं कलेक्टर से मिली, बोलीं- लगातार धमका रहे है
सरकारी जमीन पर बने मकानों को हटाने को लेकर गांव का एक रसूखदार लामबंद हो गया है। वह भाजपा जिलाध्यक्ष का दोस्त और पेट्रोल पंप में पार्टनर है। वह अपनी जमीन से सटे हम गरीबों के मकानों को तुड़वाना चाहते है। तहसीलदार से कहकर नोटिस दिलवाएं है। कहते है कि एक करोड़ रूपए खर्च कर देंगे लेकिन तुम्हारे मकानों को तुड़वाकर ही रहेंगे।
ये आरोप अहमदपुर खैगांव की एक दर्जन महिलाओं ने लगाया है। महिलाएं गांव में प्रवेश के साथ लगने वाले चंपानगर की है। उन्होंने इस बारे में कलेक्टर अनूप कुमार सिंह से शिकायत की है। कहा कि रोड किनारे वह करीब 50 साल से रहे है। ग्राम पंचायत ने लिखकर दिया है कि उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। कई मकान तो पीएम आवास और इंदिरा आवास स्कीम के तहत बने हुए है। हम लोग आदिवासी समाज है। इसलिए जो रसूखदार है, वो हमें धमकाते है। कहते है कि तुम्हारे मकान तुड़वाकर रहेंगे।
कलेक्टर ने आश्वासन दिया- तोड़ेंगे तो दूसरी जगह देंगे
इधर, कलेक्टर अनूप कुमार सिंह ने महिलाओं को आश्वासन दिया कि अतिक्रमण यदि संबंधित की निजी जमीन पर है तो कार्रवाई होगी। शासकीय जमीन के मामले में यदि सड़क गुजरी है तो अतिक्रमण हटाएंगे। हालांकि उसके पहले आप लोगों को रहने के लिए जमीन उपलब्ध कराएंगे। इस दौरान सावित्री बाई, कमलाबाई, उमाबाई, भूरीबाई, रेशमबाई, सन्नो बी, धापूबाई मौजूद थी।
जिलाध्यक्ष बोलें- जमीन तो मेरी खुद की है, 12 साल पहले खरीदी
आरोपों को लेकर भाजपा जिलाध्यक्ष सेवादास पटेल का कहना है कि उक्त जमीन मेरे मित्र ओमप्रकाश की नहीं बल्कि हम दोनों ने मिलकर 12 साल पहले खरीदी थी। जिस पर कई लोगों ने अतिक्रमण करके पक्कें मकान बनाकर रखें है। जमीन का सीमांकन भी हो चुका है। जिस पर अतिक्रमण पाया गया है। उन लोगों का सरकारी और हमारी निजी जमीन दोनों पर कब्जा है।
मैं कलेक्टर साहब और एसपी साहब से कह चुका है कि आप वस्तुस्थिति देखिए और सत्य का साथ दीजिए। शिकायतकर्ता सावित्री बाई का बैकग्राउंड पता कीजिए, पूरा गांव उसके खिलाफ है। उसने इसी साल 26 जनवरी को ओमप्रकाश की पत्नी के साथ मारपीट की। इसके बाद हम लोगों ने उन्हें हमारी जमीन से हटाने का मन बनाया। चोरी ऊपर से सीनाजोरी तो नहीं चलेगी।