भोपाल में फिर टाइगर-तेंदुए की दहशत:वाल्मी पहाड़ी पर मूवमेंट, गाय के शिकार की कोशिश; 3 महीने में छह बार दिख चुके जानवर
राजधानी भोपाल में एक बार फिर टाइगर और तेंदुए के मूवमेंट से दहशत है। भूमि एवं जल प्रबंध संस्थान (वाल्मी) की पहाड़ी और आसपास के एरिए में पिछले 5 दिन से मूवमेंट देखने में आया है। एक गाय के शिकार की कोशिश भी की है। इसके चलते वन विभाग सर्चिंग कर रहा है। वाल्मी समेत आसपास के कुछ स्पॉट पर लगे कैमरों की मदद से जानवर की पहचान की जा रही है। भोपाल के आसपास पिछले 3 महीने में टाइगर-तेंदुए का छह बार मूवमेंट देखने में आ चुका है।राजधानी के आसपास घना जंगल है। जहां करीब 22 टाइगर का मूवमेंट है। कोलार, कलियासोत, वाल्मी, होशंगाबाद रोड, भानपुरा, बैरसिया आदि इलाकों में टाइगर है। यहां अक्सर मूवमेंट देखने को मिला है। इसके अलावा तेंदुओं का मूवमेंट भी रहता है। अच्छी बात ये है कि जानवरों की वजह से कोई जनहानि नहीं हुई।शहर के बीचोंबीच होता है मूवमेंटभोज यूनिवर्सिटी चूना भट्टी और सर्व-धर्म पुल (कोलार रोड) के बीच है। इसके बीचोंबीच से कलियासोत नदी गुजरी है। वहीं, पीछे वाल्मी की पहाड़ी है। केरवा क्षेत्र भी कुछ दूर ही है। केरवा और कलियासोत का इलाका बाघ का एरिया है। इसलिए यहां अक्सर इनका मूवमेंट रहता है। इसके अलावा तेंदुए भी घूमते हैं। वन विभाग के एसडीओ आरएस भदौरिया ने बताया, वाल्मी एरिये में सर्चिंग करते हैं। नदी के रास्ते से जानवर घूमते हैं। वन विभाग लगातार सर्चिंग करता है।