दिल्ली पुलिस ने भोपाल के करोंद स्थित अमन कॉलोनी निवासी ईरानी गैंग के दो सदस्यों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को इन बदमाशों के दिल्ली में छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके आधार पर इंद्रप्रस्थ पार्क के पास शुक्रवार-शनिवार की रात जाल बिछाया गया।
पुलिस टीम को देख आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ में दोनों आरोपी गोली लगने से घायल हो गए। उनकी पहचान 38 वर्षीय मुर्तजा अली उर्फ दमार और 40 वर्षीय सिराज अली के रूप में हुई है। दोनों को इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस जांच में सामने आया कि दोनों के खिलाफ देश के कई राज्यों में हत्या के प्रयास, लूट, चोरी और ठगी जैसे संगीन अपराध दर्ज हैं। वे कई मामलों में फरार चल रहे थे। दिल्ली पुलिस ने दोनों के खिलाफ नया केस दर्ज कर लिया है।
दिल्ली पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ा
दिल्ली पुलिस की अतिरिक्त उपायुक्त ऐश्वर्या शर्मा ने बताया कि मेरठ एक्सप्रेसवे पर इंद्रप्रस्थ पार्क के सामने टी-पॉइंट पर रात करीब 12:30 बजे पुलिस टीम ने घेराबंदी की। दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर पहुंचे, लेकिन रुकने की बजाय पुलिस टीम पर गोलियां चलाने लगे।
आधा दर्जन साथियों के साथ चोरी करने पहुंचे थे
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान आरोपियों ने चार राउंड फायरिंग की तो जबाव में पुलिस द्वारा भी तीन राउंड फायरिंग की गई। गोलीबारी के बाद दोनों आरोपियों को काबू कर लिया गया और अस्पताल ले जाया गया। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे अपने गिरोह के अन्य चार सदस्यों के साथ चोरी करने के इरादे से भोपाल से दिल्ली आए थे। अब पुलिस उनके साथियों का पता लगाने और उन्हें पकड़ने में जुटी है।
एक साल पहले जेल से रिहा हुआ है मुर्तजा
अपराध एवं फोरेंसिक टीम ने निरीक्षण के लिए घटनास्थल का दौरा किया और भारतीय न्याय संहिता तथा शस्त्र अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत सनलाइट कॉलोनी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। मुर्तजा पर मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में लूट, चोरी तथा डकैती के 46 मामले दर्ज हैं। वह एक साल पहले जेल से रिहा हुआ था।
बुलेट प्रूफ जैकेट से बची कॉन्स्टेबल की जान
पुलिस के अनुसार, सिराज अली पहले बेल्ट और ‘परफ्यूम’ बेचने का काम करता था। भोपाल में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है। पुलिस ने घटनास्थल से दो पिस्तौल, छह कारतूस और एक चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद की। अतिरिक्त डीसीपी ने बताया कि गोलीबारी में कॉन्स्टेबल राजेंद्र सुरक्षित बच गए, उन्होंने बुलेटप्रूफ जैकेट पहनी थी और आरोपियों द्वारा चलाई गई गोली कॉन्स्टेबल की जैकेट में जाकर लगी।