घर का भेदी लंका ढाए, केंद्रीय जेल का प्रहरी कैदियों को बेचता था नशीली वस्तुएं
लेखक, उदय प्रताप सिंह चौहान।
उज्जैन। विगत कुछ वर्षों से उज्जैन स्थित केन्द्रीय जेल भेरूगढ का नाम लगातार सुर्खियों में रहा है । आये दिन जेल में कुछ न कुछ ऐसा घटित होता रहा है जो जेल के साथ अधिकारियों की साख को बट्टा लगा रहा है। ऐसा ही एक मामला पुनः सामने आया है । जेल में सजा काट रहे कैदियों को चरस की गोलियां मुहैया कराने वाले प्रहरी को एसपी ने रंगे हाथों पकडकर निलंबित कर दिया है। जानकारी के अनुसार राजेश उमहेरकर केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में प्रहरी है, पिछले कुछ माह से मिल रही गुप्त सूचना एवं उसके रहन सहन को देखते हुए जेल अधिकारियों ने मंगलवार शाम अचानक उसके कपडों की तलाशी की तब उसके शर्ट की आस्तीन में लिपटे करीब 20 हजार 20 रूपये नगद मिले हैं। राजेश द्वारा जेल के कैदियों तक चरस व अन्य नशीले पदार्थ सप्लाय करने की शिकायत एसपी उषा राज के पास लंबे समय से आ रही थी। उन्होंने ही अफसरों को राजेश पर नजर रखने के निर्देश भी दिये थे। उसकी वर्दी की तलाशी में रूपये मिलने के बाद वर्दी में लगने वाली सीटी (विसल) को भी खोलकर देखा गया तब उसमें चरस की दो गोलियां बरामद की गई । जेल एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राजेश को निलंबित कर शाजापुर जेल अटैच किया है। जेल एसपी उषा राज ने बताया कि प्रहरी राजेश के पास से रूपये व चरस की गोलियां मिलने के बाद उसे तुरंत निलंबित करने के साथ उसके खिलाफ विभागीय जांच की कार्रवाही भी शुरू कराई गई है ।अहम सवाल-मध्य प्रदेश के उज्जैन जेल का पर्दाफाश हुआ तो ऐसी ही मध्य प्रदेश के कई जिलों की जेलो की भी जांच की जाए, जहां ऐसी ही खतरनाक नशे की वस्तुओं का मिलना संभव है। यह तो उज्जैन जेल में एक्स आर्मी मैन द्वारा जेल प्रहरी की वर्दी पहन कर इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया। यह घटना बिना किसी बड़े अधिकारी की मिलीभगत से अंजाम नहीं दी जा सकती, प्रशासन को इसे अपने जांच के दायरे में लेना चाहिए जिससे कई खुलासे होना संभव है।