Ujjain Mahakal Mahashivratri 2022 : उज्जैन में बना विश्व कीर्तिमान, अयोध्या का तोड़ा रिकार्ड, 21 लाख दीपकों से जगमग हुई बाबा महाकाल की नगरी
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन शिवरात्रि पर आस्था के दीपों से जगमगा उठी। 21 लाख से अधिक दीये जलाए गए। मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के तट पर 11 लाख 71 हजार 78 मिट्टी के दीये एक साथ प्रज्ज्वलित किए गए।
पहला दीप मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रज्ज्वलित किया। गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम ने इसे दीपों का सबसे बड़ा प्रदर्शन (लार्जेस्ट डिस्प्ले आफ आयल लैंप) करार देकर उज्जैन का नाम गिनीज बुक में दर्ज किया है।
इससे पहले यह रिकार्ड अयोध्या में नौ लाख 41 हजार 551 दीये जलाने का था। गिनीज बुक के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस आशय का प्रमाण पत्र प्रदान किया।
शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव नाम से रखे इस दीपोत्सव में 20 हजार से अधिक लोग शामिल हुए। दीपोत्सव का इंटरनेट साइट एवं टीवी चैनलों पर प्रसारण हुआ। इसे पूरे विश्व ने देखा और सराहा। कार्यक्रम पश्चात सभी दीये और तेल की खाली बोतलें नगर निगम ने एकत्र की।
ऐसे बना कीर्तिमान
-5 घाटों पर 11 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित किए गए।
-6222 ब्लाक में दीये रखे गए थे।
-12444 लोगों ने शाम 6.35 से 6.55 बजे के बीच दीये जलाए।
-7 बजे शाम को क्षेत्र की लाइट बंद कर ड्रोन कैमरे से फोटो-वीडियोग्राफी की गई।
उन्होंने महाकाल मंदिर निर्माण कार्य का अवलोकन भी किया। सीएम ने कहा कि उज्जैन में श्री महाकाल महाराज मंदिर परिसर के विस्तार का कार्य पूर्ण होने पर भव्य, दिव्य एवं अलौकिक स्वरूप सामने आएगा। मंदिर परिसर के विस्तार में श्रद्धालुओं को सुविधा भी पहले से ज्यादा मिलेगी। श्री महाकाल जी से प्रार्थना है कि हम सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें।
गुड़ी पड़वा पर गौरव दिवस
मुख्यमंत्री ने अद्भुत आयोजन के लिए नागरिकों, स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों की प्रशंसा की। कहा कि महाशिवरात्रि पर हर वर्ष ऐसा ही उत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने गुड़ी पड़वा पर उज्जैन का गौरव दिवस मनाने की भी घोषणा की।
महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करने पहुंच रहे हैं।
बता दें कि इस बार उज्जैन की महाशिवरात्रि बहुत खास हो गई । महाकाल मंदिर सहित अन्य प्रमुख मंदिरों और शिवालयों में परंपरा के निर्वहन के साथ ही दीपोत्सव मनाया गया। इसका नाम शिव ज्योति अर्पणम् रखा गया । पहले भजन आदि की संगीतमय प्रस्तुति हुई। इसके बाद अन्य कार्यक्रम भी हुए।
महाकाल मंदिर क्षेत्र में जनसैलाब
इधर महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर क्षेत्र में जनसैलाब उमड़ा। बड़ी संख्या में लोग बाबा महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे। मंदिर प्रबंध समिति से मिले आंकड़ों के अनुसार दोपहर 2.30 बजे तक 1.50 लाख लोगों ने दर्शन कर लिए थे। एक दर्शनार्थी को 45 से 50 मिनट में दर्शन हो रहे हैं। दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन कर कार्तिकेय मंडपम् की दूसरी छोर का चैनल गेट खोल दिया गया । इससे आवागमन और सुचारू हो गया ।
रामघाट जाने वाले मार्ग को सील किया
दीपोत्सव की तैयारियों के मद्देनजर रामघाट आदि प्रमुख घाटों की ओर जाने वाले मार्गों को बैरिकेड्स लगाकर सील कर दिया गया है। यहां अब दीप प्रज्वलित करने वाले स्वयंसेवकों को ही प्रवेश दिया गया। इस कारण क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन में दिक्कतें आईं।