विवेक बोले-सेमीफाइनल की रात नींद नहीं आई
पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर भारतीय हॉकी टीम शनिवार को भारत लौट आई है। टीम में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे विवेक सागर प्रसाद रविवार सुबह दिल्ली से फ्लाइट द्वारा भोपाल पहुंचे। राजा भोज एयरपोर्ट पर मंत्री विश्वास सारंग और पुलिस विभाग के अधिकारियों ने उन्हें रिसीव किया।
विवेक के स्वागत में पूरा एयरपोर्ट ढोल-नगाड़ों से गूंजता रहा। प्रशंसक उनके नाम के नारे लगा रहे थे। एयरपोर्ट से स्वागत रैली टीटी नगर स्टेडियम पहुंची। उनकी मां कमला देवी, पिता रोहित सागर और भाई विद्यासागर भी साथ रहे।
सेमीफाइनल में हार के बारे में बात करते हुए विवेक ने कहा, ‘उस पूरी रात हमें नींद नहीं आई। बार-बार वही रील चल रही थी। वह सेमीफाइनल हमारे लिए हार्ट ब्रेकिंग था। हम पूरी रात यह सोचते रहे कि काश और अच्छा कर सकते।’
विवेक इटारसी से सटे चांदौन गांव के रहने वाले हैं। वे एमपी पुलिस में डीएसपी हैं।
श्रीजेश को डेडिकेट किया मेडल
विवेक भारतीय हॉकी टीम में मिड फील्डर के रूप में खेलते हैं। ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर उन्होंने कहा, ‘यह हम सभी के लिए बहुत खुशी का पल था। हमने बहुत एंजॉय किया। यह श्रीजेश भाई का लास्ट टूर्नामेंट भी था, तो मेडल हमने उन्हीं को डेडिकेट किया है।’
हार के मलाल पर विवेक ने कहा, ‘एक खिलाड़ी हमेशा चाहता है कि वह अपने देश के लिए अच्छा करे। देश आगे बढ़े।’ उन्होंने कहा कि जो भी खिलाड़ी हॉकी खेलते हैं, वह निरंतर प्रयास करते रहें। इससे कभी पीछे न हटें।’
भारतीय टीम के प्रदर्शन में गोलकीपर पीआर श्रीजेश का अहम रोल रहा है। उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया था कि पेरिस ओलिंपिक उनका आखिरी टूर्नामेंट होगा।
कल सुबह तिरंगा यात्रा में करेंगे शिरकत
भोपाल के टीटी नगर में कार्यक्रम के बाद विवेक सागर आज रेस्ट करेंगे। वे सोमवार सुबह सुभाष नगर से अशोका गार्डन तक निकाली जा रही तिरंगा यात्रा में सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ शामिल होंगे।
राज्य सरकार देगी एक करोड़ का इनाम
भोपाल पुलिस हेडक्वार्टर में पोस्टेड विवेक सागर प्रसाद को मध्यप्रदेश सरकार 1 करोड़ रुपए का इनाम देगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को विवेक से वीडियो कॉल पर बात कर उन्हें और टीम को बधाई दी थी।
विवेक दूसरी बार ओलिंपिक में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इससे पहले वे टोक्यो ओलिंपिक 2020 में भी ब्रॉन्ज जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे हैं। भारत ने लगातार दूसरे ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने का रिकॉर्ड 52 साल बाद बनाया है। जीत के बाद विवेक सागर ने सपोर्ट के लिए सभी को धन्यवाद दिया।