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भूख से 20 गायों ने तोड़ा दम, पशु विभाग को नहीं जानकारी, जांच दल गठित

अरविंद शर्मा। गुना

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जनपद पंचायत गुना की बरखेड़ा गिर्द की शांति गोशाला में एक पखवाड़े के भीतर 14 गायों ने भूख से दम तोड़ दिया है। उधर बिलोनिया की गोशाला में चारा और भूसा न मिलने की वजह से सात गायों की मौत हो चुकी है। गायों की मौत के बाद शवों को एक गहरे गड्डे में डाल मिट्टी डाल दी गई। उधर जनपद सीईओ गुना का कहना है कि मृत गायों का डाक्टरों द्वारा पीएम किया गया है। पशु विभाग के डाक्टरों की रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा होगा, लेकिन इसके उलट पशु विभाग के उपसंचालक ने कहा कि जनपद सीईओ और गोशालाओं के द्वारा उन्हें गायों की मौत को लेकर कोई सूचना नहीं दी गई है, तो पीएम कैसे किया होगा। जब इस बात की सूचना कलेक्टर को दी गई, तो उन्होंने एक विशेष जांच दल गठित कर दिया है।

जिले की सरकारी गोशालाओं में गाय भूख से दम तोड़ रही हैं। गोशाला संचालक शवों को खुले में डाल देते है। ऐसे में शवों को दूसरे जानवर तक खा रहे है। इसका खुलासा खुद ग्रामीणों ने किया है, लेकिन जनपद पंचायत द्वारा कोई कार्रवाई गोशाला संचालक के खिलाफ नहीं की जा रही है।

बरखेड़ा गिर्द की शांति गोशाला का संचालन रामबाबू धाकड़ और शिशुपाल धाकड़ गांव वालों के सहयोग से कर रहे है। रामबाबू धाकड़ ने माना है कि 15 दिन के भीतर 14 गायों की मौत भौरा रोग की वजह से हुई है। उसके बाद गोशाला के पीछे खदान में मृत गायों के ऊपर मुरम डालकर दफना दिया गया। हालांकि गायों की मौत के बाद अब जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अधिकारी कुछ भी कहने से गुरेज कर रहे है।

सचिव ने कहा गोशाला में 75 गाय, भूखी गायों को ग्रामीण खिलाते हैं भूसा

ग्राम पंचायत बरखेड़ा गिर्द के सचिव लोकेंद्र साहू ने बताया कि सात गायों की मौत की जानकारी तो है, लेकिन गोशाला में बजट छह महीने में जिला पंचायत द्वारा भेजा जाता है, ऐसे में भूसा की कमीं की वजह से गाय कभी-कभी भूखी रह जाती है, लेकिन उसके बाद भी ग्रामीण आपस में चंदा कर गायों के लिए भूसा मंगवाते है। उनका कहना है कि गोशाला में 75 गायों के लिए भूसा खरीदने के लिए शासन हर महीने बजट दे, तो गोशालाओं का संचालन अच्छे ढंग से हो सकता है।

बिलोनिया में गायों की मौत से बेखबर पशु विभाग

पशु विभाग के उपसंचालक आरपीएस भदौरिया का कहना है कि बिलोनिया और बरखेड़ा गिर्द में गायों की मौत की सूचना जनपद पंचायत गुना और गोशाला को संचालित करने वाले लोगों ने नहीं दी है। ऐसे में उनका पीएम नहीं किया गया है। उधर जनपद पंचायत सीईओ राकेश शर्मा का कहना है कि पशु विभाग के डाक्टरों ने मृत गायों का पीएम किया था, रिपोर्ट के बाद भी मौत के कारणों की जानकारी लग सकेगी।

सड़ा भूसा गायों को खिलाते हैं, कल मंगाएंगे एक ट्राली

बरखेड़ा गिर्द के ग्रामीणों का कहना है कि गोशाला में गायों को सड़ा भूसा खिलाया जाता है, इस भूसे को गोपाल अहिरवार की भैंस ने खा लिया था, उसकी भी मौत हो गई थी। गोपाल का कहना है कि पांच दिन पहले उसकी भैंस ने गोशाला के बाहर भूसा और करब को खाया, तो उसके एक घंटे बाद उसकी मौत हो गई है। उधर पंचायत सचिव का कहना है कि एक ट्राली भूसा वह मंगलवार की दोपहर मंगाएंगे।

बरखेड़ा गिर्द और बिलोनियों में अगर गायों की मौत हुई है, तो विशेष जांच दल को कल इन गोशालाओं में भेजा जाएगा। जो भी व्यक्ति दोषी है, उसको बख्शा नहीं जाएगा। जिले की सभी गोशालाओं की जांच कराई जाएगी।

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