रोज-डे, वेलेंटाइन-डे से पूर्व भोपाल में गुलजार होने लगा गुलाब के फूलों का कारोबार
कोरोना की मार झेल रहे फूल व्यवसायियों के चेहरे खिलने लगे हैं। एक तरफ शादियों के मुहूर्त चलने से गेंदा, सेंवती, सूरजमुखी, गुलाब के फूलों के बाजार गुलजार हैं तो दूसरी ओर सात फरवरी को रोज-डे और 14 फरवरी को वेलेंटाइन-डे पर गुलाब के फूलों के बाजार खिल जाएंगे। फूलों के कारोबार में 30 फीसद तक वृद्धि होने की व्यवसायियों व विक्रेताओं को उम्मीद है।
रोज व वेलेंटाइन-डे को देखते हुए शहर के एमपीनगर, न्यू मार्केट, कोलार, भेल, होशंगाबाद रोड, कोटरा सुल्तानाबाद, नेहरू नगर, जवाहर चौक समेत पुराने व नए शहर के बाजारों के फूल विक्रेताओं ने डंडी वाले गुलाबों को थोक की दुकानों से मांगना शुरू कर दिया है। रोज व वेलेंटाइन-डे पर लाल रंग के गुलाब के फूलों की मांग अधिक होगी। वहीं पीले, गुलाबी, सफेद सहित अन्य प्रजातियों के फूलों की भी मांग रहेगी।
थोक फूल व्यवसायी सुनील माली ने बताया कि कोरोना के कारण फूलों का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है। शादियों के मुहूर्तों से व्यवसाय में उठाव आया है। 14 फरवरी तक 20 फीसद तक गुलाब के फूलों का कारोबार बढ़ने की उम्मीद है। इंटरेनट मीडिया के जमाने में प्रेमी युगल रोज व वेलेंनटाइन-डे पर कम ही गुलाब के फूलों की खरीदारी रहे हैं। कोरोना से पहले तक इनदिनों फूलों के बाजार में 40 फीसद तक बढ़ोत्तरी होती थी, जो अब कम हो गई है। इंटरनेट मीडिया पर एक-दूसरे को प्रेमी युगल बधाई देना अधिक पंसद कर रहे हैं।
फुटकर फूल व्यवसायी बोले, हमारी तैयारी पूरी
शहर के एमपी नगर ज्योति टाकीज चौराहे पर 20 सालों से फूलों का व्यवसाय कर रहे रामू सैनी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी रोज-डे व वेलेंटाइन-डे पर गुलाब के फूल भारत टाकीज के पास फूलों की थोक दुकानें से फूल मंगवाए हैं। हमने अपनी दुकानें गुलाब के फूलों से सजा ली हैं, लेकिन पिछले तीन सालों में युवक-युवतियों की फूल खरीदने के लिए पहले की तरह भीड़ नहीं हो रही है। व्यवसाय मंदा हुआ है। उम्मीद है कि आगामी दिनों में गुलाब के फूलों का व्यवसाय बढ़ेगा।
अभी भोपाल व आसपास के जिलों से आ रहे गुलाब
फुटकर फूल व्यवसायी सुनील बाथम बातते हैं कि हम तो फूल मंडी से थोक व्यवसायियों को आर्डर देकर फूल मंगवा लेते हैं। बीते दिनों पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से लोडिंग वाहनों का भाड़ा बढ़ा है। खुद की गाड़ियों में पेट्रोल लगता है, इसलिए बीते पांच सालों में प्रति गुलाब के फूलों में पांच रुपये ही बढ़े हैं। भोपाल व आसपास के जिलो जैसे सीहोर, नर्मदापुरम में गुलाब की अच्छी खेती हो रही है। अभी फूल मंडी में भोपाल व आसपास के इलाकों से ही गुलाब के अलग-अलग प्रजातियों के फूल आ रहे हैं।
एक नजर में गुलाब के फूलों का व्यवसाय
1000 बंडल (एक बंडल में डंडी वाले 30 तक गुलाब रहते हैं) की खपत आम दिनों में होती है।
1400 बंडल की खपत होगी रोज-डे व वेलेंटाइन-डे पर।
05 क्विंटल गुलाब के खुले फूल रोजाना शहर में बिकते हैं।
08 क्विंटल गुलाब शादियों के मुहूर्तों में बिक रहे हैं।
15 लाख रुपये के आसपास रोजाना शहर में गुलाब के फूल बिक जाते हैं।
18 लाख रुपये तक रोज व वेलेंटाइन-डे पर कारोबार पहुंचेगा।
15 रुपये का एक गुलाब का डंडी वाला फूल गुलाब का थोक में मिलता है।
20 से 30 रुपये तक फुटकर की दुकानों पर एक गुलाब की फूल की कीमत है।
30 थोक की फूलों की दुकानें हैं।
500 के करीब छोटी-छोटी फुटकर फूलों की दुकानें हैं।