लेफ्टिनेंट जनरल एस मोहन ने कहा- भारतीय सेना के लिए जबलपुर बड़ा स्टेशन
लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन अतिविशिष्ट सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल, सेना मेडल ने एक साल के कार्यकाल के बाद मध्य भारत एरिया की कमान मेजर जनरल एसपीएस सिद्धू को सौंपी। लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन ने 6 जनवरी 2021 को मध्य भारत एरिया के जीओसी के रूप में पदभार ग्रहण किया था। इस अवसर पर लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन ने मध्य भारत एरिया की विशेषताएं बताईं। उन्होंने कहा कि मप्र, उत्तरप्रदेश का कुछ क्षेत्र, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा इसके अंतर्गत आते है। इस क्षेत्र में सेना के 13 लाख सेवानिवृत्त सैनिक रहते हैं। जिनके कल्याण कार्य मध्यभारत एरिया द्वारा किया जाते हैं।
नेपाल सीमा का अधिकांश भाग भी मध्य भारत एरिया के अंतर्गत आता है। इन छह राज्यों में जो भी सेना के कार्य हैं वे मध्य भारत एरिया द्वारा किया जाता है। भारतीय सेना की आंतरिक स्थिति को संभालने का कार्य मध्य भारत एरिया करता है। ऐसे मध्य भारत एरिया का हैडक्वार्टर जबलपुर में है। जबलपुर एक बड़ा मिलिट्री स्टेशन हैं। करीब 17 हजार फौजी यहां देश की सेवा कर रहे हैं। यह सेना का एक पुराना क्षेत्र हैं। बीते साल 1971 के युद्ध का स्वर्णिम विजय वर्ष मध्य भारत एरिया द्वारा मनाया गया। जिसमें रेलवे, कोर्ट के साथ ही आम नागरिकों ने भी बढ-चढ़ कर सहभागिता की। जिससे यह बात साबित हो गई कि 1971 की जीत सिर्फ भारतीय सेना की नहीं बल्कि भारत के हर नागरिक की जीत थी।
लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन ने कोविड काल में दूरदर्शिता का परिचय देते हुए सैन्य अस्पतालों में सुविधाओं को बढ़ाया। सैन्य अस्पतालों में सेवारत व सेवानिवृत्त सैनिकों की तत्काल सहायता के साथ-साथ नागरिक प्रशासन को भी कोविड से प्रभावित नागरिकों के लिए सुविधा प्रदान करने में सहयेाग दिया। खासतौर पर लेफि्टनेंट जनरल ने सेवारत व वीर सैनिकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को शुरू किया और उनकी समस्याओं का समाधान भी किया। भुवनेश्वर, रीवा और सतना में वीर सैनिकों के लिए सीएसडी और ईसीएचएस पालीक्लीनिक की स्थापना की। उन्होंने मध्य भारत एरिया के अंतर्गत गठित इकाइयों के कामकाज के लिए हरकाम देश के नाम के विचार को आत्मसात कर करने के निर्देश दिए। मध्य भार एरिया के जीओसी के पद से स्थानांतरित होकर लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन रक्षा सेवा स्टाफ कालेज वेलिंगटन के कमांडेट के रूप में पदभार ग्रहण करेंगे।