मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में चंबल नदी पर बने पुल की नींव तक खोद रहे रेत माफिया
चंबल नदी में रेत के अवैध उत्खनन के लिए अब राजस्थान तक के माफिया सक्रिय हैं और वे नेशनल हाइवे तीन पर मध्य प्रदेश-राजस्थान के बीच नदी पर बने नए पुल की नींव तक को खोद रहे हैं। पुल के नीचे की इस जगह को राजघाट के नाम से जाना जाता है। यह घड़ियाल सेंक्चुरी का पर्यटन स्थल भी है। पर्यटन स्थल की दूसरी ओर रेत माफिया ने अपना कब्जा जमा रखा है। यहां से हर रोज 1000 ट्राली से भी ज्यादा रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है।
जेसीबी व डोजर जैसी मशीनें नदी के किनारे से लेकर नए पुल के नीचे की जमीन व पिलरों की नींव तक की चारों ओर खुदाई कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि 700 से ज्यादा ट्राली रेत राजस्थान के धौलपुर की ओर जाता है। हैरान करने वाली स्थिति यह है कि मुरैना जिले में चंबल नदी के तटों पर सबलगढ़, कैलारस, जौरा, अंबाह व पोरसा क्षेत्र में 40 जगहों से ज्यादा रेत के अवैध उत्खनन के मद्देनजर संभाग आयुक्त ने लगभग एक साल पहले कार्रवाई के लिए राजस्व, पुलिस, वन विभाग, खनिज विभाग के अफसरों का संयुक्त दल बनाया था, परंतु यह आज तक मैदान में नहीं उतर पाया।
रेत के स्टाक ने पाट दी जमीन
चंबल नदी के राजघाट से इतनी रेत का उत्खनन हो रहा है कि बाजार में खप भी नहीं पा रहा। इसलिए, माफिया ने राजघाट के ही किनारे भानपुर, जैतपुर, केंथरी, बरबासिन से लेकर देवगढ़ क्षेत्र तक अवैध रेत स्टाक कर रखी है। वर्तमान में ही भानपुर, जैतपुर गांव में ही सरकारी व निजी जमीनों पर कम से कम 10 हजार ट्राली रेत का स्टाक रखा है। कार्रवाई से बचने के लिए माफिया ने बीहड़ों में कई रास्ते बना लिए हैं। इन रास्तों पर वे किसी दूसरे वाहन या किसी अपरिचित को पैदल तक नहीं निकलने देते।
पर्यटन को भी कर रहे प्रभावित
राजघाट पर घड़ियाल सेंक्चुरी घूमने के लिए चंबल सफारी बनी है। इसमें मोटरबोट से पर्यटकों को चंबल नदी में सैर की सुविधा है, लेकिन माफिया का खौफ ऐसा है कि पर्यटकों की मोटरबोट को केंथरी-बरवासिन की ओर ही घुमा दिया जाता है। पर्यटन केंद्र पर तैनात वनकर्मियों में से अधिकतर पर माफिया के लिए मुखबिरी करने का आरोप भी लगता रहता है।
इनका कहना है
पर्यटन स्थल के पास उत्खनन हो रहा है तो गंभीर मामला है। अवैध रेत के कारोबार में कोई भी लिप्त हो, उस पर कार्रवाई होगी।
– आशुतोष बागरी, एसपी, मुरैना।
यह समस्या सामने आ रही है। अभी हमारी टीम कुछ डकैतों की धरपकड़ में व्यस्त हैं। वहां से फ्री होते ही हमारे टारगेट पर अवैध रेत उत्खनन ही है।
– शिवराज सिंह मीणा, एसपी, धौलपुर राजस्थान।