श्योपुर जिले के कालूखेड़ा गांव में शनिवार सुबह एक विशाल मगरमच्छ घुस आया। करीब 12 फीट लंबे इस मगरमच्छ को देख ग्रामीणों में दहशत फैल गई। सरपंच मुकेश मीणा ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
सुबह 9 बजे वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची, लेकिन गांव में भारी भीड़ के कारण मगरमच्छ को पकड़ना मुश्किल हो गया। अफरा-तफरी में वह एक गाय-भैंस के बाड़े में छिप गया। स्थिति को संभालने के लिए प्रोटेक्शन फोर्स को बुलाया गया और जेसीबी मशीन की मदद से बाड़े को हटाकर रेस्क्यू किया गया।
10 घंटे की मशक्कत के बाद पार्वती नदी में छोड़ा
करीब 10 घंटे चले इस अभियान में शाम 6 बजे मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ लिया गया। इसके बाद वन विभाग की टीम उसे खातौली के पास पार्वती नदी के किनारे ले गई, जहां उसे सुरक्षित रूप से नदी में छोड़ दिया गया।
रेंजर राघवेन्द्र भदौरिया ने बताया कि रेस्क्यू के दौरान ग्रामीणों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी, जिससे अभियान में कई बार बाधित हुआ। रेस्क्यू टीम में फारेस्ट गार्ड वीरेंद्र सिंह, दीपक शर्मा, शाकिर खान, गोविंद और चंबल घड़ियाल परियोजना की टीम शामिल रही।