मालेगांव केस में NIA कोर्ट पहुंचीं सांसद प्रज्ञा ठाकुर
बहुचर्चित मालेगांव विस्फोट मामले में मंगलवार को भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की मुंबई स्पेशल कोर्ट ने पेश हुईं। उनके वकील प्रशांत मग्गू को बताया कि प्रज्ञा ठाकुर कोर्ट में न्यायालय के सवालों के जवाब दिए। करीब डेढ़ घंटे तक वे कोर्ट में मौजूद रहीं।
इससे पहले 22 फरवरी को उन्होंने कोर्ट में याचिका लगाकर बीमार होने का कहते हुए पेशी से छूट की मांग की थी। इस पर सुनवाई करते हुए उसी दिन NIA के स्पेशल जज एके लाहोटी ने कहा था कि ‘आरोपी की ओर से यह कहा गया है कि वे बीमार हैं और उनकी दवाएं चल रही है। लेकिन, मुंबई में रहकर इलाज कराना एक व्यावहारिक विकल्प है। यदि सेहत खराब है तो उन्हें यहां भी दवा मिल सकती है। सभी आरोपियों को सीआरपीसी की धारा 313 के तहत बयान पूरा होने तक दी गई निश्चित तारीखों पर उपस्थित रहना होगा। अन्यथा जरूरी कदम उठाए जाएंगे।’
आरोपियों का तर्क- पेशी की तारीख पर नहीं मिलते यात्रा टिकट
मालेगांव केस में अन्य आरोपियों की ओर से कोर्ट में यह तर्क दिया गया था कि कोर्ट में पेशी की तारीख अंतिम समय पर पता चलती है, ऐसे में दूसरे राज्यों में निवासरत होने की वजह से कोर्ट आने के लिए अंतिम समय में ट्रेन के टिकट नहीं मिल पाते। कोर्ट ने इस दलील को यह कहकर खारिज कर दिया था कि पेशी की तारीखें पहले से बता दी जाती हैं।
2008 में हुआ था मालेगांव विस्फोट
महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर, 2008 विस्फोट को हुआ था। उत्तर महाराष्ट्र में मुंबई से लगभग 200 किमी दूर स्थित मालेगांव शहर में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल से जुड़े विस्फोटक उपकरण में विस्फोट होने से 6 लोगों की मौत हो गई और 100 से अधिक घायल हो गए।
शुरुआत में महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते द्वारा जांच की गई, बाद में मामला 2011 में एनआईए को स्थानांतरित कर दिया गया। इस मामले के आरोपियों में से एक प्रज्ञा सिंह ठाकुर, वर्तमान में भोपाल से भाजपा सांसद हैं।