भोपाल में एक साथ निकली 6 शवयात्रा:एंबुलेंस से पिता के अंतिम दर्शन करने पहुंचीं बेटी
सलकनपुर के नजदीक भैरव घाटी पर हुए हादसे में जान गंवाने वाले भोपाल के एक ही परिवार के लोगों का छोला विश्राम घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। शुक्रवार को जहां परिवार के 5 लोगों की जान चली गई थी। वहीं, घायल 6 माह के बच्चे की भी शनिवार को मौत हो गई। हादसे में ड्राइवर समेत 7 लोगों की मौत हो चुकी है।
चौकसे नगर में दोपहर को जब दादा-दादी के साथ 6 माह के मासूम की शव यात्रा निकाली गई तो चीख पुकार मच गई। हादसे में घायल मोनिका पांडेय एंबुलेंस से शमशान घाट पहुंची, और पिता के अंतिम दर्शन किए।
जिस घर में कल तक खुशियाें का माहौल था, वहां आज मातम पसरा है। हर शख्स गमगीन है। कॉलाेनी वासी और रिश्तेदार तक सदमे में हैं।
हादसे में इनकी हुई है मौत
- शारदा प्रसाद पांडेय (72)
- अपर्णा पांडेय (60) पत्नी शारदा प्रसाद
- राजेंद्र पांडेय (70)
- उषा पांडेय पत्नी राजेंद्र
- व्योम (6 माह) पिता मोहित
- रिश्तेदार पुष्पलता अवस्थी (85)
- ड्राइवर लक्ष्मी नारायण चौकसे
राजेंद्र प्रसाद पांडेय की बेटी मोनिका पांडेय एंबुलेंस से श्मशान घाट पहुंचीं, और पिता के अंतिम दर्शन किए।
जुलाई में होने वाली थी बेटी की शादी
चौकसे नगर में रहने वाली पांडेय फैमिली के पड़ोसियों ने बताया कि राजेंद्र प्रसाद पांडेय की बेटी मोनिका की जुलाई में शादी होना है। साल की शुरुआत में ही भोपाल के लाल घाटी एरिया के एक परिवार में मोनिका का रिश्ता परिजनों ने तय किया है। पांडेय अपनी बेटी को घर से डोली से विदा करते, उससे पहले ही परिवार के 6 सदस्यों की मौत से पूरे परिवार में मातमी माहौल बन गया है।
चौकसे नगर में अंतिम संस्कार की तैयारी करते परिजन और पड़ोसी।
एक साल पहले हुई थी मोहित की शादी
मोहित पांडेय ग्वालियर में सरकारी नौकरी करते हैं। उनकी पिछले साल शादी हुई थी। उनकी पत्नी शिखा भोपाल के एक प्राइवेट स्कूल में टीचर थी। लेकिन, प्रेग्नेंसी के बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी। मोहित ग्वालियर से अप डाउन करते थे और शिखा भोपाल में ही अपने बेटे के साथ रहती थी।
हमारे गांव में 20 साल राजेंद्र पांडेय सर ने पढ़ाया था
अंतिम संस्कार में पहुंचे ग्राम सिपलिया से पृथ्वीराज राजपूत का कहना है कि भोपाल से 20 किमी दूर हमारा गांव है। वहां पर राजेंद्र पांडेय सर ने गांव में लगभग 20 साल पढ़ाया है। हमारा इनसे पारिवारिक रिश्ता है। इनके घर में आज भी चूल्हे पर रोटी बनती है। कल बच्चे का मुंडन कराने गए थे, लौटते वक्त यह दुखद हादसा हो गया।
चौकसे नगर में एक साथ 6 अर्थियां निकाली गई।
भैरव घाटी पर रेलिंग में घुसी थी तेज रफ्तार कार
शुक्रवार को देवी धाम सलकनपुर से 6 महीने के बच्चे का मुंडन और तुलादान कराकर लौट रहे भोपाल के परिवार की कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। भैरव घाटी पर हुए हादसे में दादा-दादी समेत परिवार के 6 लोगों और ड्राइवर की मौत हो गई। 5 लोग घायल हैं।
भोपाल में डीआईजी बंगला इलाके के चौकसे नगर के रहने वाले राजेंद्र पांडेय (75) का परिवार आइसक्रीम कारोबारी हैं। शुक्रवार को उनके 6 महीने के पोते व्योम का मुंडन कराने के लिए परिवार के 10 लोग टवेरा कार से सलकनपुर गए थे।
शुक्रवार शाम 6.20 बजे भैरव घाटी पर कार रेलिंग की दीवार से टकराकर पलट गई। टवेरा में पीछे बैठे बच्चे के पिता मोहित पांडेय ने बताया कि ड्राइवर घाटी के मोड़ पर गाड़ी मोड़ नहीं पाया। गाड़ी सीधे रेलिंग की दीवार से टकरा गई।