PM बोले- 2 महीने में 11 लाख लखपति दीदी बनीं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को महाराष्ट्र के जलगांव पहुंचे। जहां लखपति दीदी सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी ने स्व सहायता समूहों को रिवॉल्विंग फंड और लगभग पांच हजार करोड़ का लोन जारी किया। कार्यक्रम से पहले पीएम ने योजना की लाभार्थी महिलाओं से चर्चा भी की। वे करीब 11 लाख लखपति दीदियों को सर्टिफिकेट भी बांटेंगे। लखपति दीदी योजना में अब तक एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। जबकि सरकार का लक्ष्य 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का है। महाराष्ट्र के बाद पीएम राजस्थान जाएंगे। जहां वे जोधपुर में राजस्थान हाईकोर्ट प्लेटिनम जुबली समारोह में शामिल होंंगे। यहां मोदी हाईकोर्ट संग्रहालय का उद्घाटन करेंगे।
पीए बोले- ये तो अभी ट्रेलर है
दस साल में दस करोड़ बहनें इस अभियान से जुड़ चुकी है। हमने इनको बैंकों से जोड़ा है। हमने उन्हें बैंकों से आसान और सस्ता ऋण दिया है। मैं आपको आंकड़ा देता हूं आप चौंक जाएंगे कि मेरा देश ऐसे भी चलता था। साल 2014 तक 25 हजार करोड़ रुपए से भी कम बैंक लोन सखी मंडलों को मिला था।
याद रखिए, ये मैं उनकी बात करता हूं। जबकि पिछले दस साल में करीब 9 लाख करोड़ रुपए की मदद दी गई है। कहां 25 हजार करोड़ और कहां 9 लाख करोड़। इतना ही नहीं सरकार जो सीधी मदद देती है। उसका परिणाम मिला है। आज गांव की बहनें अपनी आय बढ़ा रही हैं। परिवार और देश मजबूत बना रही हैं। मैं अभी भी कहता हूं कि ये तो अभी ट्रेलर है।
देश में कुछ लोग थे, वो कहते थे महिलाओं को ऐसे लोन मत दो, डूब जाएगा
देश में कुछ लोग थे, वो कहते थे महिलाओं को ऐसे लोन मत दो, डूब जाएगा। इसमें रिस्क था। मुझे अपनी माताओं और बहनों पर पूरा भरोसा था। उन्होंने मेहनत की और ईमानदारी से लोन लौटाए। हमने रेहड़ी वालों के लिए भी योजना चलाई, जिसमें बिना गारंटी लोन दिया जा रहा है। इसका फायदा हमारी बहनों को भी हो रहा है। विश्वकर्मा परिवार में भी हमारी बहनें जुड़ी हैं। उनकी गारंटी भी हमारी सरकार ने ली।
मोदी सरकार 3 करोड़ घर बहनों के नाम पर ही रजिस्टर कराएगी
पहले महिलाओं को छोटा-मोटा लोन नहीं मिल पाता था। फिर आपके इस भाई ने संकल्प लिया कि आपकी इस मुश्किल को कम करके रहूंगा। फिर मोदी सरकार ने एक के बाद एक महिला हित में निर्णय लिए। मैं चुनौती देता हूं पिछली सरकारों के 7 दशक एक तराजू में एक तरफ रख लीजिए। और दूसरी तरफ मोदी सरकार के दस साल रख दीजिए। हमने इतना काम बहन बेटियों के लिए किया जितना किसी सरकार ने नहीं किया है।
हमने तय किया है महिलाओं के लिए जो घर बनाती है उनमें से ज्यादातर घर माताओं बहनों के नाम हों। अभी तक जितने घर बने हैं उनमें यही नियम अपनाया है। आगे 3 करोड़ घर बनने है, उसमें भी यही प्रक्रिया अपनाएंगे।
एक लखपति दीदी से पूरा परिवार संभल रहा
यहां मौजूद हर बहन बेटी अच्छी तरह जानती है कि जब वो कमाने लगती है तो कैसे उसका अधिकार बढ़ जाता है। उसका सम्मान बढ़ जाता है। जब किसी बहन की कमाई बढ़ती है तो परिवार के पास खर्च करने के पैसे बढ़ जाते हैं। एक बहन का लखपति बनना पूरे परिवार के लिए अच्छा होता है।
पिछले 2 महीने में 11 लाख नई लखपति दीदी बनीं
जब मैं लोकसभा चुनाव के दौरान आपके बीच आया था। मैंने कहा था हमें 3 करोड़ बहनों को लखपति बनाना है। जो सेल्फ हेल्प ग्रुप का काम करती हैं। जिनकी एक साल की कमाई 1 लाख रुपए से ज्यादा होगी। बीते दस साल में 1 करोड़ लखपति दीदी बनीं। और बीते 2 महीने में 11 लाख और नई लखपति दीदी बन गईं।
इस महीने 1 लाख से ज्यादा लखपति दीदी बनी हैं। इसके लिए महायुति सरकार ने बहुत मेहनत की है। महाराष्ट्र में एक से बढ़कर एक योजनाएं चलाई जा रही हैं। लखपति दीदी बनाने का ये अभियान, सिर्फ बहनों बेटियों की कमाई बढ़ाने का अभियान नहीं है। ये आने वाली पीढ़ियों को सशक्त करने का अभियान है।
भारत की मातृशक्ति ने हमेशा समाज को बनाने में योगदान दिया है
यहां की मातृशक्ति ने पूरे देश को प्रेरित किया है। हमारे जलगांव में भारकरी परंपरा से जुड़ा है। महान संत मुक्ता की भूमि है। उनकी साधना तप आज की पीढ़ी के लिए प्रेरणा है। महाराष्ट्र का कोई भी कोना हो, इतिहास का कोई भी कालखंड हो, मातृशक्ति का योगदान अप्रतिम रहा। छत्रपति शिवाजी महाराज को किसने बनाया, यह काम जीजा मां ने किया। भारत की मातृशक्ति ने हमेशा समाज को बनाने में योगदान दिया है। आज देश के विकास में इसकी अहम भूमिका है।