एमपी सरकार पेरिस पैरालिंपिक विजेताओं को 1 करोड़ रुपए देगी
मध्यप्रदेश सरकार पेरिस पैरालिंपिक विजेताओं को एक-एक करोड़ रुपए देगी। साथ ही में सरकारी नौकरी भी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने भोपाल में प्रदेश भाजपा कार्यालय में पेरिस पैरालिंपिक विजेता खिलाड़ियों प्राची यादव, कपिल परमार और पूजा ओझा को सम्मानित किया। कार्यक्रम में रुबीना फ्रांसिस को भी बुलाया गया था, लेकिन वह आ नहीं सकी।
सीएम डॉ. मोहन यादव से ओलंपियन कपिल परमार ने कहा कि सरकार ने विवेक सागर को डीएसपी बनाया था। ये सुनकर सीएम ने कहा-अभी हाल कर देते हैं। आप तीनों को भी पुरस्कार देंगे। आपने सर्विस की बात कही है।
इनाम की धनराशि के लिए मुझे जरूर पूछना पडे़गा। ये सुनकर कपिल ने कहा- सबके लिए बराबर होना चाहिए क्योंकि जब मोदी जी भेदभाव नहीं कर रहे तो यहां भी नहीं होना चाहिए। इसके बाद फिर सीएम ने कहा-मैं आप तीनों को भी एक-एक करोड़ देने की घोषणा करता हूं।
सीएम बोले- हमारे बच्चों ने देश का नाम रोशन किया सीएम ने कहा- दुनिया के सबसे गणतंत्र के नायक की कार्य शैली हम दो दिनों से देख रहे थे। उनकी भावना है वन अर्थ वन फैमिली इसलिए पृथ्वी के इस कुल में हमारे बच्चों ने देश के झंडे गाड दिए। आपने न केवल प्रदेश, देश का नाम बढ़ाया। खिलाड़ियों को आगे बढ़ाना हम सबके लिए गर्व की बात है। सदस्यता अभियान में मप्र ने 83 लाख सदस्य बनाकर रिकॉर्ड बनाया है। बुधवार को दीनदयाल जी की जयंती पर सदस्यता का महाअभियान चलाया जाएगा। मैं भी बूथ पर जाउंगा।
सीएम बोले-इस बार दशहरे पर अखाड़े होंगे सम्मानित खिलाड़ियों से सीएम ने कहा- आपके लिए एक अलग से कार्यक्रम करेंगे। खेल विभाग के माध्यम से आपकी प्रतिभा को सबके सामने लाने का काम करेंगे। आज ही हमने निर्णय किया है। ये अहिल्या माता का 300वां जन्म वर्ष चल रहा है, 500वीं जयंती रानी दुर्गावती की है। हमारा अपना इतिहास इतना गौरवशाली है। इस बार दशहरा धूमधाम से शस्त्र पूजन कर मनाया जाएगा। सभी प्रकार के अखाड़ों, खेल संगठनों और खेल विधाओं को सरकार महत्व देगी।
भारत में विवाह भी बिना पुरुषार्थ के नहीं होता सीएम ने कहा- हमारे यहां तो विवाह भी बगैर पुरुषार्थ से नहीं होता। स्वयंवर की परंपरा दुनिया के किसी देश में नहीं। इस गौरवशाली परंपरा के ध्वजवाहक भारतीय सनातन संस्कृति के लोग हैं। ऐसे में खेलों का मौका हो, तो मुझे लगता है कि जितने भी पदक हैं वो भारत में आना चाहिए। ये उम्मीद पाल कर चलें आज नहीं तो कल वो समय आएगा। हमारे यहां से बड़ा कौन खिलाड़ी हो सकता है।
हॉकी का अब हम पदक लेकर आए हैं। वो कल्पना करो जब नंगे पैर दौड़कर ध्यानचंद ने हॉकी की स्टिक के जादू से हिटलर को आश्चर्यचकित किया था। और अपनी प्रतिभा का लोहा अंग्रेजों के सामने मनवाया था। आज प्रधानमंत्री किसी चीज का अभाव नहीं होने देंगे।
प्रतिभाओं को प्रोत्साहित कर रही सरकार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा- हमारी प्रतिभाओं का आज हम सम्मान कर रहे हैं। देश और प्रदेश की सरकार खेलों के लिए काम कर रही है। खिलाड़ियों को अवसर देने काम कर रही है। ऐसी प्रतिभाओं को सम्मानित करने का मुझे अवसर मिल रहा है। दुनिया में जब संकल्प होता है तो कोई रोक नहीं सकता। इन भाइयों-बहनों को देखकर हमारे भी हौसले बुलंद हो जाते हैं। इस मौके पर बीजेपी के प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, विधायक भगवानदास सबनानी मौजूद थे।