इंदौर में सिपाही के भाई को लूटने के आरोप में एसआइटी वाले गिरफ्तार
एमआइजी थाना पुलिस ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने सिपाही के भाई से मोबाइल और बाइक लूटी थी। आरोपित खुद को एसआइटी वाले बता कर लोगों की तलाशी ले रहे थे। एक बदमाश एमआइजी थाने के सिपाहियों का मुखबिर है। उसका कोर्ट से स्थाई वारंट जारी हो चुका था।
एसआइ सुरेंद्रसिंह के मुताबिक एलआइजी पुलिस लाइन निवासी रुद्रप्रतापसिंह पुत्र संजीव कुमार दांगी मंगलवार रात करीब नौ बजे पाटनीपुरा से घर आ रहा था। सोमनाथ की नई चाल के समीप बाइक सवार दो बदमाशों ने रोका और पूछताछ करने लगे। आरोपितों ने रुद्रप्रताप से नाम-पता पूछा और कहा बाइक पर नंबर क्यों नहीं लिखा है। उन्होंने खुद को एसआइटी वाला बताया और बाइक की चाबी छीन ली। एक ने रुद्रप्रताप की तलाशी ली और मोबाइल भी निकाल लिया।
रुद्रप्रताप ने कहा कि उसका भाई निरेंद्रसिंह भी पुलिसवाला है। इस पर आरोपितों ने एमआइजी थाना के एक सिपाही को कॉल लगाया और निरेंद्र की जानकारी निकाली। सिपाही की बात सुनकर आरोपित घबरा गए और रुद्रप्रताप को चांटे मारकर फरार हो गए। घटना के बाद वह निरेंद्र दांगी के साथ थाने पहुंचा और पूरी घटना बताई। देर रात पुलिस ने आरोपित जयशिव और विशाल को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित एमआइजी थाना के सिपाहियों के मुखबिर है। जयशिव का जिला कोर्ट से स्थाई वारंट भी जारी हुआ था।
वेटर बनकर फरारी काट रहे बदमाश गिरफ्तार
एमआइजी थाना पुलिस ने आरोपित लक्की पुत्र बद्रीलाल बरगुंडा और गणेश पुत्र बद्रीलाल को एक होटल से गिरफ्तार किया। आरोपितों की उज्जैन के चिमनगंज थाना पुलिस को तलाश थी। एसआइ के मुताबिक आरोपितों ने पिछले वर्ष सितंबर में रेखा महेश सिलोदिया के घर में घुसकर हमला कर दिया था। फरारी के दौरान दोनों भाई वेटर बनकर होटल में ही रहने लगे। गणतंत्र दिवस के पूर्व पुलिस ने चेकिंग में दोनों को पकड़ लिया।