विद्यार्थियों को संक्रमण का डर, पहले दिन कम रही उपस्थिति
कोरोना का असर बढ़ने पर पिछले माह शासन ने स्कूल बंद कर दिए गए थे। स्कूल में फिर से रौनक गायब हो गई थी। अब कोविड 19 मामलों में कुछ राहत को देखते हुए शासन ने मंगलवार से स्कूल फिर से खुलवा दिए हैं, लेकिन पालकों और बालकों में डर बना हुआ है। पहले दिन बच्चों में स्कूल आने में कोई विशेष उत्साह नहीं देखा गया। यहां तक कि संयुक्त संचालक कार्यालय और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के पास के स्कूल में दर्ज 101 विद्यार्थियों में से सिर्फ एक छात्रा ही उपस्थित रही 100 अनुपस्थित रहे।
सता रहा था तीसरी लहर का डरः देश में कोरोना की तीसरी लहर का डर बनने लगा था। तेजी से संक्रमण फैल भी रहा था। हर दिन संक्रमितों के मामले बढ़ते ही जा रहे थे। लेकिन कुछ दिनों से कोरोना की लहर धीमी पड़ती नजर आ रही है। हालांकि कोविड का खतरा अभी टला नहीं है इसलिए स्कूलों को कोविड गाइड लाइंस के तहत 50 फीसद क्षमता के साथ ही खोलने के आदेश हुए हैं। लेकिन बच्चे नहीं आ रहे हैं।
शिक्षिकाएं करती रहीं इंतजार
कोठीबाजार की प्राथमिक शाला शिक्षिकाओं ने बताया कि उनके स्कूल में तो एक भी विद्यार्थी नहीं आया वे स्वयं 10 बजे से स्कूल आ गई थी। बच्चों का इंतजार किया जा रहा था। शाम के चार बजे तक एक भी विद्यार्थी नहीं आया।
समाचार पत्र में पढ़कर स्कूल पहुंची मुस्कान
संयुक्त संचालक कार्यालय के समीप वाले माध्यमिक विद्यालय में मुस्कान नामक छात्रा ने बताया कि वह कक्षा छटवी में उसने सुबह पेपर में पढ़ा था कि आज से स्कूल खुल रहे हैं। तो वह जल्दी से तैयार होकर आ गई। उसे अकेली को ही स्कूल में पढ़ाया गया।
वर्जन
शासन के निर्देशानुसार स्कूल में 50 फीसदी क्षमता के साथ ही विद्यार्थियों को दूर-दूर बिठाया जाएगा। कोविड नियमों का पालन किया जाएगा। पहला ही दिन था इस कारण कुछ स्कूल में बच्चे कम आए हैं। अब एक दूसरे को देखकर आएंगे।
एके इंगले, डीईओ