वेदर सिस्टम का असर, भोपाल में ठंड पर लगा ब्रेक, दो दिन बाद फिर लुढ़केगा पारा
वर्तमान में उत्तर भारत और आसपास चार वेदर सिस्टम सक्रिय हैं। इनके प्रभाव से हवाओं का रुख उत्तर-पश्चिमी, पश्चिमी हो गया है। इससे प्रदेश में राजधानी भोपाल समेत अन्य जिलों में भी लोगों को फिलहाल कड़ाके की ठंड से राहत मिल गई है। प्रदेश में चार-पांच जिलों को छोड़कर बाकी जगहों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले चौबीस घंटों के दौरान राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो पिछले दिन के मुकाबले 0.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह सामान्य से भी 3.4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 14.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो सामान्य से 3.4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। साथ ही यह बीते दिन के न्यूनतम तापमान के मुकाबले 2.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। बीते दो दिनों में भोपाल में न्यूनतम तापमान 05 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा के मुताबिक हवाओं का रुख पश्चिमी बना रहने के कारण प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दिन एवं रात के तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तर भारत के आसपास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। इस सिस्टम के असर से पश्चिमी राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात बन गया है। जिसके चलते वातावरण में आ रही नमी से आज रीवा, सागर, शहडोल संभाग में बौचारें पड़ने की संभावना बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक शुक्रवार को पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर प्रदेश की तरफ खिसकने की संभावना है। इससे बादल छंट जाएंगे। इस वजह से शनिवार से एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने की संभावना है।