भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर टिप्पणी करने के मामले में इंदौर के कार्टूनिस्ट हेमंत मालवीय ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी है। दो दिन में दो हजार से ज्यादा प्रशंसकों ने उनकी पोस्ट को लाइक और कमेंट किए हैं। विवादित कार्टून बनाने के चलते इंदौर के युवक ने हाईकोर्ट फिर सुप्रीम कोर्ट से मालवीय की शिकायत की थी।
हेमंत मालवीय ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर फेसबुक पर माफीनामा लिखा। इसे ही ट्विटर (X) पर भी शेयर किया। मालवीय ने लिखा कि-
” माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश अनुसार: मुझे 1.05.2025 को प्रकाशित किए अपने फेसबुक पोस्ट पर गहरा खेद है। मैं माननीय सर्वोच्च न्यायालय को सम्मानपूर्वक कहता हूं , कि मेरा किसी भी कार्टून या पोस्ट से , किसी समुदाय , जाति , धर्म से जुड़ी भावनाओं को ठेस पहुंचाना , तनाव भड़काना या जानबूझकर किसी पार्टी या व्यक्ति का अपमान करने का कतई कोई इरादा या उद्देश्य नहीं था।
मेरा अपनी किसी भी फेसबुक पोस्ट से किसी सार्वजनिक व्यक्ति, संगठन या समुदाय के प्रति अनादर करने का कोई इरादा नहीं था। अनजाने में हुए इस कृत्य का मुझे बहुत खेद है | मैं पूरे हृदय और ईमानदारी से बारम्बार क्षमा मांगता हूं।
मैं यह मानता हूं और सर्वदा ध्यान रखूंगा कि भाईचारा और सामाजिक सद्भाव सुनिश्चित करना मेरी भी ज़िम्मेदारी है और भविष्य में मैं इसका पूरा ध्यान रखूंगा।’

19 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में कहा था-माफी मांगेंगे
19 अगस्त मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में सुनवाई हुई। मालवीय ने कोर्ट में कहा कि वह आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अशोभनीय व्यंग्य चित्र बनाने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर माफीनामा प्रकाशित करेंगे।
मालवीय की ओर से पैरवी कर रहीं एडवोकेट वृंदा ग्रोवर ने सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच के समक्ष मालवीय का पक्ष रखा। इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अरविंद कुमार और न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया की युगल पीठ कर रही है। पीठ ने मालवीय को गिरफ्तारी से दी गई अंतरिम सुरक्षा अगली सुनवाई तक बढ़ा दी।