क्राइम ब्रांच ने एक व्यक्ति की शिकायत पर साइबर फ्रॉड का मामला दर्ज किया है। फरियादी के साथ शेयर मार्केट में मुनाफा दिखाकर ऑनलाइन 20 लाख 10 हजार 840 रुपए की ठगी कर दी। फरियादी ने क्राइम ब्रांच में बताया कि उसे 28 अगस्त को अज्ञात मोबाइल नंबर से कुछ लोगों ने कॉल किया। जिन्होंने अपना नाम अनामिका व नितेश बताया था।
इन लोगों ने कॉल कर वॉट्सऐप के माध्यम से DEX एप्लिकेशन का लिंक भेजकर रजिस्ट्रेशन करने को कहा व ट्रेडिंग के द्वारा ज्यादा प्रॉफिट मिलने की जानकारी दी। इस लिंक के माध्यम से फरियादी ने पैसा लेकर उसमें USDT का क्रेडिट दिखाकर ट्रेडिंग कराई जाती थी और अच्छा मुनाफा मिलने का झांसा देकर हर दिन कमीशन के तौर पर पैसा जमा करवाया जाता था।
एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि फरियादी ने बताया कि उसने इन लोगों पर भरोसा कर 11 सितंबर से 22 सितंबर तक इनके द्वारा भेजे गए बैंक खाते नंबर और UPI में कुल 20 लाख 10 हजार 840 रुपए ट्रेडिंग के नाम पर जमा कराए गए। जमा किए गए रुपयों का मुनाफा मांगा तो बदमाशों ने पहले कमीशन के तौर पर एक्स्ट्रा पैसा जमा करने की मांग की।
इस पर फरियादी ने जानकारी निकाली तो पता चला कि डेक्स नामक कोई एप ट्रेडिंग नहीं करता है। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने शनिवार को मामला दर्ज किया है। साथ ही अज्ञात बदमाशों के बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई की गई है। इधर, क्राइम ब्रांच की टीम बदमाशों से संबंधित बैंकिंग एवं तकनीकी जानकारी निकालकर आरोपी की तलाश में जुटी है।
क्राइम ब्रांच ने जारी की एडवाइजरी
- अच्छे मुनाफे के लालच में शेयर एडवाइजरी कंपनी की विश्वसनीयता की जांच किए बिना कभी भी इन्वेस्टमेंट न करें।
- ट्रेडिंग हेतु “सेबी” द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों एवं नियमों का पूरा ध्यान रखें।
- अपने ट्रेडिंग डीमेट अकाउंट के आईडी-पासवर्ड अनजान व्यक्ति से साझा न करे।
- सोशल मीडिया ग्रुप में दिखाए गए लुभावने ऑफर्स के लालच में आकर किसी भी टेलीग्राम, वॉट्सऐप, इंस्टाग्राम, फेसबुक आदि में प्राप्त फर्जी लिंक पर क्लिक न करें और फर्जी लिंक माध्यम से प्राप्त apk software को भी डाउनलोड न करे।
- किसी भी तरह से फ्रॉड होने पर तत्काल अपने नजदीकी थाने या Ncrp पोर्टल/1930 पर कॉल या क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन पर कॉल करे।




