भोपाल में B.Com छात्रा ने फांसी लगाई:10वीं में छोटी बहन को सप्लीमेंट्री आई, तो पापा से कहा था-मैं पास कराऊंगी
जहांगीराबाद इलाके में B.Com स्टूडेंट ने फांसी लगा ली। वह पेपर देकर लौटी थी। बहन के 10वीं में सप्लीमेंट्री आने पर पापा को कहा था- आप फिक्र मत करो। सप्लीमेंट्री एग्जाम में अच्छे से तैयारी कराकर उसे पास करा दूंगी। इसके कुछ देर बाद ही छात्रा ने खुदकुशी कर ली। पुलिस ने उसका मोबाइल जब्त किया है।जिंसी चौराहा जहांगीराबाद के पास रहने वाली मनीषा अहिरवाल (22) पुत्री मोतीलाल अहिरवाल B.Com फाइनल ईयर की छात्रा थी। शुक्रवार को वह नूतन कॉलेज में पेपर देने गई थी। दोपहर 2 बजे पिता को फोन कर बताया कि पेपर हो गया है। थोड़ी देर बाद घर पहुंची। शाम 5 बजे पड़ोसियों ने फोन कर उसके पिता मोतीलाल को बताया कि मनीषा बीमार हो गई है, जल्दी घर आ जाइए। मोतीलाल जब घर पहुंचे तो बड़ी बेटी मनीषा फंदे पर लटकी मिली।बहनें सोती रहीं, दूसरे कमरे में फांसी लगा लीमोतीलाल की पांच बेटियां हैं। वह प्राइवेट कंपनी ESIC में ऑफिस बॉय हैं। पत्नी गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एसएस कॉर्प लिमिटेड में काम करती हैं। मनीषा सबसे बड़ी थी। शुक्रवार को सभी बहनें हॉल में कूलर चलाकर सो रही थीं। इसी बीच मनीषा दूसरे कमरे में पहुंची। उसने अंदर से दरवाजा बंद कर स्कार्फ का फंदा सीलिंग फैन से लगाकर फांसी लगा ली। काफी देर तक दरवाजा नहीं खोलने पर बहनों ने पड़ोसियों को बताया। दरवाजा खोलकर देखा तो वह फंदे पर लटकी मिली।छोटी बहन को दो सब्जेक्ट में सप्लीमेंट्री आईमोतीलाल ने बताया कि छोटी बेटी सलोनी का शुक्रवार को 10वीं का रिजल्ट आया। उसके दो सब्जेक्ट में सप्लीमेंट्री आई है। सलोनी से बड़ी मोनिका 12वीं में पास हो गई। बड़ी बेटी मनीषा ने उन्हें फोन कर कहा था कि पापा आप चिंता मत करो, हम सलोनी को तैयारी कराकर पास करा लेंगे। मोतीलाल ने बताया कि बड़ी बेटी ने कोई परेशानी नहीं बताई थी।बेटी को बेटा मानते थे मोतीलालमोतीलाल के बेटा नहीं है। वह पांच बेटियों में अपनी बड़ी बेटी मनीषा को ही बेटा मानते थे। वह घर चलाने के लिए बड़ी बेटी को ही अपनी पूरी कमाई देते थे। बड़ी बेटी अपनी सभी बहनों को पढ़ने से लेकर उनकी सभी जरूरतों का ख्याल रखती थी।