इंदौर में ड्रग फैक्ट्री डालने की तैयारी कर रहा था फरार आरोपी शोएब लाला: बड़ा खुलासा
भोपाल, 16 अक्टूबर: भोपाल ड्रग्स कांड का मुख्य आरोपी शोएब लाला, जो अभी भी फरार है, ने इंदौर में ड्रग्स की फैक्ट्री स्थापित करने की योजना बनाई थी। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) और गुजरात एटीएस द्वारा की गई हालिया पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ। शोएब लाला ने छह महीने पहले भोपाल के बगरौदा इलाके में एक ड्रग फैक्ट्री शुरू की थी, जहां से 1,814 करोड़ रुपये की मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स बरामद की गई थी।
इंदौर में ड्रग फैक्ट्री स्थापित करने की थी योजना
सूत्रों के अनुसार, शोएब लाला शुरुआत में इंदौर को अपनी फैक्ट्री के लिए सबसे उपयुक्त स्थान मान रहा था। इसकी वजह इंदौर से मंदसौर, नीमच, और प्रतापगढ़ तक की आसान पहुंच थी, जो पहले से ही ड्रग्स आपूर्ति के लिए कुख्यात इलाका है। लाला ने कुछ महीनों तक इंदौर और आसपास के क्षेत्रों का दौरा भी किया था। फैक्ट्रियों की उपलब्धता और परिवहन की सुविधा इंदौर को उसके लिए आदर्श जगह बनाती थी।
जांच एजेंसियों की सक्रियता से बदला विचार
हालांकि, इंदौर में जांच एजेंसियों की सक्रियता के चलते लाला ने इंदौर में फैक्ट्री लगाने का विचार बदल दिया। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की लगातार निगरानी और छानबीन से उसे खतरा महसूस हुआ। इंडस्ट्रियल एरिया में भी लगातार मूवमेंट होने से जानकारी लीक होने की संभावना बढ़ गई थी। इसके बाद उसने भोपाल के बगरौदा इलाके में फैक्ट्री स्थापित करने का निर्णय लिया।
भोपाल में फैक्ट्री की स्थापना
भोपाल में जांच एजेंसियों की अपेक्षाकृत कम सक्रियता और ड्रग्स सप्लाई के बेहतर रूट्स के कारण लाला ने बगरौदा का चयन किया। वह छह महीने पहले भोपाल आया था और प्लॉट नंबर एफ-63 में फैक्ट्री लगाने की योजना बनाई। उसने इस काम के लिए तीन अन्य आरोपियों – हरीश आंजना, अमित चतुर्वेदी और सान्याल बाने – को साथ लिया। तीनों आरोपी 14 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किए गए और रिमांड के बाद जेल भेजे गए। पुलिस ने लाला के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है।
फैक्ट्री पर एनसीबी की छापेमारी
एनसीबी और गुजरात एटीएस ने 6 अक्टूबर को भोपाल के बगरौदा गांव स्थित फैक्ट्री पर छापा मारा था। इस दौरान सान्याल बाने और अमित चतुर्वेदी को मौके से गिरफ्तार किया गया, जबकि हरीश आंजना को बाद में पकड़ा गया। शोएब लाला फैक्ट्री संचालन के दौरान अलग-अलग मोबाइल नंबरों से इन तीनों आरोपियों के संपर्क में रहता था।
इस बड़े ड्रग्स कांड ने न केवल भोपाल, बल्कि पूरे देश में ड्रग्स माफियाओं की सक्रियता और फैले हुए नेटवर्क को उजागर किया है। एनसीबी और अन्य जांच एजेंसियों द्वारा फरार आरोपी शोएब लाला की तलाश जारी है, और इस मामले में कई और खुलासे होने की संभावना है।