रिहाई से पहले भोपाल जेल में बंद कैदी की मौत
भोपाल सेंट्रल जेल में बंद कैदी की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। 3 महीने पहले कोलार पुलिस ने उसे चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। शुक्रवार को हाई कोर्ट से उसे जमानत मिल गई थी। सोमवार को उसकी रिहाई होना थी। रविवार की देर रात उसे अचानक हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुबह सात बजे परिजनों को पुलिस ने उसकी मौत की सूचना दी। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है। मामले में न्यायिक जांच शुरू हो गई है।
मृतक के छोटे भाई रवींद्र वाल्मीकि ने बताया कि सोनू वाल्मीकि (27) उनके बड़े भाई थे। हम S सेक्टर सर्वधर्म दामखेड़ा में रहते हैं। भाई 10वीं कक्षा तक पढ़े थे, और कोलार की प्राइवेट कॉलोनियों में सफाई का काम करते थे। इसके अलावा दिहाडी मजदूरी भी करते थे। तीन महीने पहले उन्होंने जयपुर की रहने वाली लक्ष्मी से लव मैरिज की थी। शादी के चंद दिनों बाद ही कोलार पुलिस ने चोरी के आरोप में उसे गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसे जेल भेज दिया था।
भाई मिलने गया था जेल
मृतक के भाई ने बताया- शुक्रवार को उनकी जमानत हाई कोर्ट से हो गई थी। शनिवार को मैं स्वयं उससे मिलने जेल गया था। जहां उनकी तबीयत कुछ खराब दिख रही थी। उन्होंने बताया था कि खांसी आ रही है। मैने पूछा की जेल में इलाज मिल रहा है कि नहीं, उसने बताया कि इलाज नहीं मिल रहा है। मैं बार-बार अस्पताल में दिखाने की बात कह रहा हूं…मेरा चेकअप नहीं कराया जा रहा है। मैने उन्हें धैर्य रखने के लिए कहा था, और बताया कि सोमवार को आपकी रिहाई हो जाएगी।
पुलिस ने फोन पर दी मौत की खबर
सोमवार (आज) सुबह 7:07 मेरे कॉल पर पुलिस का कॉल आया। बताया गया कि भाई की मौत हो गई है। उन्हें देर रात हमीदिया अस्पताल लाया गया था। उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। हमें शक है कि जेल में उसके साथ मारपीट की गई है, जिससे घबराकर उसकी मौत हो गई।
न्यायिक जांच शुरू
गांधी नगर थाने के टीआई प्रवीण त्रिपाठी ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है। जेल से कैदी को रविवार की देर रात हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया था। उसे घबराहट और उल्टियां की शिकायत थी। न्यायिक हिरासत में डेथ हुई है, लिहाजा न्यायिक जांच शुरू हो गई है।