जिसे भोपाल ने चुना, उसे अपनों ने हराया:BJP मेयर कैंडिडेट मालती राय अपने ही वार्ड-36 से तीसरी बार हारीं; विभा भी नहीं बचा पाईं सीट
जिसे भोपाल ने रिकॉर्ड वोटों से जिताकर मेयर की कुर्सी सौंप दी, वह अपने वार्ड से ही हार गईं। BJP की मालती राय को अपने गृह वार्ड-36 से हार का मुंह देखना पड़ा, जबकि यहां से उतरे बीजेपी के पार्षद ने 1211 वोटों से जीत हासिल की। अपने ही वार्ड से मालती की यह तीसरी हार है। इससे पहले वे दो बार पार्षद का चुनाव हार चुकी हैं। ऐसे ही हालात कांग्रेस की मेयर कैंडिडेट रहीं विभा पटेल के साथ भी बने। वे भी अपना वार्ड नहीं बचा सकीं।
भोपाल की नई महापौर मालती राय अशोका गार्डन में रहती हैं। इस वार्ड से बीजेपी के गीता प्रसाद माली ने निर्दलीय मो. राजिद को 1211 वोटों से हराया। कांग्रेस यहां तीसरे नंबर पर रही। इस वार्ड से महापौर के लिए विभा को 5,918 और मालती को 5,428 वोट मिले। मालती को वार्ड से 490 वोटों से हार झेलना पड़ी। वार्ड-52 के विद्यानगर में रहने वाली विभा को अपने वार्ड से 2,539 वोट मिले, जबकि मालती को 7,331 वोट हासिल हुए। इस तरह विभा के वार्ड से मालती ने 4,792 वोटों से जीत दर्ज की।पहले दो चुनाव हार चुकी हैं मालतीनवनिर्वाचित मेयर राय के अपने वार्ड से यह पहली हार नहीं है। इससे पहले वे पार्षद के दो चुनाव हार चुकी हैं। अबकी बार वार्ड से जीतने के लिए खूब जोर लगाया था। CM शिवराज सिंह चौहान ने यहां रोड शो किया था, तो चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग बूथ लेवल पर मॉनिटरिंग कर रहे थे।