आरटीओ में विवाद, स्वीकार नहीं की गईं एजेंटों की फाइलें
अगर आप आरटीओ भोपाल में परिवहन से संबंधित कोई काम या लाइसेंस बनवाने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है, क्योंकि शुक्रवार को आरटीओ भोपाल में इक्का दुक्का आदेवक ही अपने काम करवा सके, आलम यह है कि यहां एजेंटों द्वारा दी जाने वाली फाइलें एक्सेप्ट नहीं की गईं। जिसके चलते सिर्फ 40 से अधिक नए लाइसेंस बन सके, हालांकि इनकी रोजाना की संख्या 250 से अधिक होती है। बता दें कि 8 अगस्त को आरटीओ भोपाल में एजेंटों के बीच विवाद हुआ था, जिसके बाद आरटीओ भोपाल के मौखिक आदेश पर निर्णय लिया गया कि एजेंटों की फाइलें यहां स्वीकार नहीं की जाएंगी। हालांकि आरटीओ जितेंद्र शर्मा इस बारे में बात नहीं की।
गुरुवार को हुई थी मारपीट
गुरुवार दोपहर को एजेंटों के बीच आरटीओ परिसर में मारपीट हुई। जानकारी के अनुसार कुछ एजेंटों ने आरटीओ भोपाल परिसर में एक युवक की पिटाई की, यह युवक अधिकारियों का करीबी बताया जा रहा है। जिसके बाद आनंद फानंद में आरटीओ भोपाल कार्यालय में दोपहर से ही एजेंटों द्वारा लाई जाने वाली फाइलों को लेने से इनकार किया। परिवहन विभाग के अधिकारियों की माने तो शुक्रवार से सिर्फ उन्हीं लोगों की फाइलें एक्सेप्ट की जाएंगी जो काम खुद करवाने आते हैं। बता दें कि इस मामले में पुलिस को किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं की गई है।
एक नजर शुक्रवार के कामों पर
- फ्रेश लाइसेंस 40 से अधिक बने, जबकि रोजाना 250 से अधिक बनते हैं।
- वाहन ट्रांसफर 40 से अधिक हुए, जबकि रोजाना 200 से अधिक होते हैं।
- अन्य कामों में लगभग यही स्थिति शुक्रवार को रही।