भोपाल के अयोध्या नगर में रहने वाली एमए की छात्रा ने बुधवार शाम घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। गुरुवार दोपहर को पीएम के बाद उसका शव परिजन को सौंप दिया गया। उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें डॉक्टर पति, उसकी तीन बहनों, मां और देवर सहित पति की दो गर्लफ्रेंड की प्रताड़ना से तंग आकर जान देने की बात लिखी है।
महिला की संतान नहीं थी, इसी बात को लेकर पति ने उसे तलाक के लिए नोटिस दिया था, जिससे वह डिप्रेशन में चल रही थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, किरण मीणा (35) और डॉक्टर संजय देशवानी की शादी को 14 साल हो चुके हैं। वह सेम कॉलेज से एमए इंग्लिश लिट्रेचर की पढ़ाई कर रही थी। बुधवार शाम को 6 बजे किरण घर में अकेली थी, तभी फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। घर वालों ने कॉल किया, कॉल नहीं पिक करने पर भाई चेक करने पहुंचा। जहां शव फंदे पर लटका मिला।

2 पेज के सुसाइड नोट में लिखा – मेरे आखिरी शब्द मैं लिखना तो बहुत चाहती हूं, लेकिन पति और उसके घरवालों ने मुझे केवल सुसाइड नोट लिखने लायक छोड़ा है। मेरी मौत के जिम्मेदार मेरा पति, उसके घर वाले और उसकी दो गर्लफ्रेंड हैं।
पति डॉक्टर संजय देशवाली, उसका भाई दुर्गा प्रसाद देशवाली, मां कल्लो बाई, बहनें मथुरा, लता, ममता और निजी बैंक में काम करने वाली उसकी गर्लफ्रेंड और उसकी कजिन यह सब मेरी मौत के जिम्मेदार हैं।
पति की फैमिली बच्चे नहीं होने को लेकर मुझे टॉर्चर करती है। ये लोग पति की दूरी शादी कराने पर तुले हैं। संजय मुझसे बात भी नहीं करते और तलाक चाहते हैं। अब मैं और इंसल्ट बर्दाश्त नहीं कर सकती, इसलिए यह कदम उठाने जा रही हूं। मेरी हिंदी राइटिंग अच्छी नहीं है, सॉरी मेरी लाश और मेरा सारा सामान और इस फ्लैट की चाबी मेरे मम्मी पापा को दे देना।
मेरे मरने के बाद मेरी हर चीज पर मम्मी और पापा का हक होगा। लव यू मम्मी पापा। सब अपना खयाल रखना। मैं एक बहुत बुरी बेटी हूं…सॉरी। मेरा अंतिम संस्कार सिर्फ अपनी बेटी के रूप में करना, मेरे ही पैसा का इस्तेमाल कर अंतिम संस्कार करना। स्कूटी पी-1 पार्किंग में है।

पिता बोले- तलाक का नोटिस मिलने से दुखी थी किरण के पिता कुंजीलाल ने बताया कि बेटी को ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे। दामाद आयुर्वेदिक डॉक्टर है। शादी के लंबे समय बाद भी दोनों की कोई संतान नहीं थी। इसी बात को लेकर मेरी बेटी को प्रताड़ित किया जाता था। दामाद ने पिछले दिनों उसे तलाक का नोटिस दिया था। इसी बात को लेकर बेटी डिप्रेशन में थी।
अगले महीने 16 तारीख को इस मामले की सुनवाई कोर्ट में होना थी। इससे पहले ही बेटी ने सुसाइड कर लिया। वहीं, दामाद 11 सितंबर को बेटी को हमारे घर छोड़कर चला गया था। इसके बाद से ही वह लापता है। उसकी गुमशुदगी की शिकायत हमारी ओर से थाना अयोध्या नगर में की गई थी। एसआई दिनेश शर्मा के पास यह केस है।
गुरुवार की दोपहर को पोस्टमॉर्टम के बाद किरण का शव उसके मायके वालों को सौंप दिया गया है। ससुराल पक्ष की ओर से हमीदिया अस्पताल की मर्चुरी में कोई नहीं आया था।