विस्फोट या हादसा; जांच जारी
मुरैना के इस्लामपुरा में शनिवार को हुए विस्फोट में मां-बेटी मलबे में दब गई थीं। 19 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उनके शव मलबे से निकाले गए। अंजुम बेगम और उनकी बेटी साहिबा के शव एक-दूसरे से लिपटे हुए थे। इनके शरीर में चोंट के निशान थे।
पुलिस विस्फोट के कारणों की जांच कर रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि विस्फोट रसोई गैस सिलेंडर से हुआ या किसी अन्य वजह से।
- अप्रशिक्षित कर्मी : रेस्क्यू में निगम के अप्रशिक्षित कर्मी लगाए गए थे। वे जेसीबी से रातभर ईंट-पत्थर हटाने में लगे रहे। इसी दौरान अंजुम का दायां पैर जेसीबी से कट गया।
- फॉरेंसिक के भरोसे : किराएदार जमील खां के घर में विस्फोट की जांच के लिए पुलिस ने घटना स्थल पर मिली बैटरी, रसोई गैस के दो सिलेंडर व बाइक समेत मृत मां-बेटी के कपड़े जब्त किए हैं। पुलिस, फॉरेंसिक एक्सपर्ट से जांच कराने के बाद इस बड़े घटनाक्रम में कार्रवाई तय करने की बात कह रही है। वहीं, पुलिस का मानना है किचन में आग लगने से हादसा हुआ।