राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) में दो दिन के भीतर दो मारपीट की घटनाओं ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार रात हॉस्टल में हुई घटना के बाद मंगलवार को कैंपस में खुलेआम पिटाई का वीडियो सामने आया है। इसमें एनएसयूआई महासचिव पियूष पवार समेत करीब 50 लोगों पर छात्र को पीटने के आरोप लगे हैं। सोमवार रात जूनियर छात्रों के एपीजे हॉस्टल में सीनियर्स ने मारपीट की। आरोप है कि सीनियर्स मुंह पर कपड़ा और मास्क लगाकर सेकेंड फ्लोर के रूम नंबर 4 में मौजूद छात्र पर हॉकी और रॉड से हमला किया।

प्रदर्शन में शामिल न होने पर छात्र की पिटाई मंगलवार को एनएसयूआई महासचिव पियूष पवार करीब 50 छात्रों के साथ सुरक्षा को लेकर कैंपस में प्रदर्शन करने पहुंचे। उन्होंने छात्र योगेंद्र मौर्य को भी प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बुलाया, लेकिन असाइनमेंट में व्यस्त होने की वजह से योगेंद्र ने मना कर दिया। पीड़ित छात्र योगेंद्र ने बताया कि सुबह 11 बजे कैंटीन में बैठा था, तभी पियूष पवार, सौरभ ठाकुर, ऋतेश, दुष्यंत, पवन रजक, ऋषभ और अन्य 50-60 लोग आए। मैंने लाइब्रेरी जाने का कारण बताकर प्रदर्शन में जाने से मना कर दिया। उस समय वे चले गए। वे प्रदर्शन से लौट रहे थे और मै लाइब्रेरी से लौट रहा था। उन्होंने मुझे यूआईटी सर्कल पर रोक लिया और मारपीट की। जिसका वीडियो भी है। वीडियो देर शाम को सामने आया है।

पुलिस को दिया आवेदन, एफआईआर की मांग पीड़ित छात्र ने गांधीनगर थाने में मारपीट के बाद लिखित आवेदन दिया। उन्होंने थाना प्रभारी को लेकर पत्र में आरोपी छात्रों के विरुद्ध एफआईआर की मांग की है। योगेंद्र का कहना है कि वे आरजीपीवी में पढ़ाई के लिए आए हैं। ऐसी घटना से उनके मन में डर बैठ गया है।
एनएसयूआई की पक्ष… एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि वे अभी दिल्ली में हैं। उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं हैं। वहीं, जिला महासचिव अनिमेश ने कहा कि एनएसयूआई छात्रों के हित में काम करने पर जोर देता है। इस तरह की मारपीट का विरोध करता है।