मृत्यु के बाद तबादले से हुई किरकिरी पर जागी सरकार
प्रदेश के नगरीय निकायों में पदस्थ नियमित सेवा के अधिकारियों और कर्मचारियों की मृत्यु की सूचना अब राज्य शासन को भेजना होगी। इसकी जानकारी नहीं भेजने पर सरकार के स्तर पर होने वाली किसी भी गफलत के लिए कार्यालय प्रमुख को जिम्मेदार माना जाएगा। नगरीय विकास विभाग ने एक सप्ताह पहले हार्ट अटैक से दिवंगत हो चुके कर्मचारी का तबादला किए जाने और उससे होने वाली सरकार की किरकिरी के चलते यह निर्देश जारी किया है।
नगरीय विकास और आवास विभाग के आयुक्त भरत यादव ने सभी निकायों के कार्यालय प्रमुखों को जारी निर्देश में कहा है कि संबंधित नगरीय निकाय में पदस्थ नियमित सेवा के जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की मृत्यु सेवाकाल में हो गई है उसकी सूचना नगरीय विकास और आवास विभाग को भेजें। आयुक्त यादव ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि नियमित कर्मचारियों और अधिकारियों की मृत्यु होने के बाद इसकी जानकारी निकायों द्वारा शासन और संचालनालय को उपलब्ध नहीं कराई जाती है। इसके चलते गलत तबादला आदेश जारी हो जाते हैं और इससे जनता के बीच संचालनालय और सरकार की छवि धूमिल होती है। इसलिए सभी निकाय प्रमुख तीन दिन में अपने निकाय के दिवंगत हो चुके अधिकारियों और कर्मचारियों की छवि धूमिल होती है। इसलिए सभी निकाय प्रमुख तीन दिन में अपने निकाय के दिवंगत हो चुके अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी शासन और संचालनालय को भेजें। ऐसा नहीं किए जाने पर कार्यालय प्रमुख इसके लिए जिम्मेदार माने जाएंगे। आयुक्त नगरीय विकास ने सभी नगर निगम आयुक्त, संभागीय संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन और विकास विभाग, सभी नगर पालिका अधिकारी नगर पालिका और नगर परिषद को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
इस कर्मचारी का मृत्यु के बाद हुआ था तबादला
छतरपुर जिले की हरपालपुर नगर परिषद में सहायक राजस्व निरीक्षक पद पर पदस्थ रहे सुनील कुमार तिवारी का 7 मई 2024 को निधन हो गया था। नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा 27 सितम्बर को जारी की स्थानांतरण सूची में दिवंगत सुनील कुमार तिवारी को हरपालपुर से टीकमगढ़ स्थानांतरित किए जाने का आदेश दिया गया। यह आदेश उपसचिव नगरीय विकास प्रमोद कुमार शुक्ला द्वारा जारी किया गया।