अंतर्राष्ट्रीय फ्रॉडस्टरों द्वारा फ्रॉड हेतु उपयोग किये जाने वाले बैंक खाता धारक सहित सह आरोपी को सायबर क्राईम भोपाल द्वारा भीलवाड़ा, राजस्थान से किया गिरफ्तार
आरोपीगण अपना बैंक खाता खुलवाकर दूसरे आरोपी को बेंच देते हैं।
आरोपी स्वयं के दस्तावेजों का उपयोग कर बैंक खाता खुलवाते हैं।
अपना बैंक खाता ओपन होने के पश्चात फ्रॉडस्टरों द्वारा उपलब्ध कराया गया मोबाईल नंबर बदल देते हैं।
फ्रॉडस्टर आरोपियों द्वारा प्रदान किये गये खातों का ऑनलाईन उपयोग करते है।
आरोपीगण ग्रामीण होने का उठाते है फायदा।
भोपाल:- दिनांक 04 अक्टूबर 2022 – वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन एवं पुलिस उपायुक्त (DCP) अपराध – श्री अमित कुमार, अति. पुलिस उपायुक्त श्री शैलेंद्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में एवं सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सायबर श्री अक्षय चौधरी के नेतृत्व में सायबर क्राइम ब्रान्च जिला भोपाल की टीम द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फ्रॉडस्टरों द्वारा फ्रॉड हेतु उपयोग किये जाने वाले बैंक खाता धारक सहित सह आरोपी को सायबर क्राईम भोपाल द्वारा भीलवाड़ा, राजस्थान से गिरफ्तार किया।
घटनाक्रम:- दिनांक 22.06.2022 को लिखित शिकायत आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया कि फरियादिया के मोबाइल पर दिनांक 16.06.2022 को रेजोनेन्स एजुकेशन नामक आईडी से एक मेसेज आया जिसमें होम बेस जॉब के लिये वाट्सअप लिंक दी गई थी। वाट्सअप लिंक पर क्लिक करने के बाद फरियादिया को टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ा और उसमें लिंक दी गई जिसमें रजिस्टर करने के बाद टास्क कंपलीट करने के नाम पर यूपीआई के माध्यम से कुल 108500/-रूपये जमा किये गये। उपरोक्त रूपये जमा करने के पहले फरियादिया को बोला था कि लास्ट बार पैसे जमा कर दो आपके द्वारा जो भी पैसा जमा किया गया है उसे वापस कर दिया जायेगा परन्तु फरियादिया द्वारा पैसा जमा करने के बाद फरियादिया के वॉलेट को ब्लॉक कर दिया गया और 42939/-रुपये मांगे जाने लगे। इस प्रकार कुल 108500/- रूपये की धोखाधड़ी की गई है। शिकायत आवेदन की जांच उपरांत आये तथ्यों एंव बैंक से प्राप्त जानकारी के आधार पर बैंक खाता एंव बैंक में लिंक मोबाईल नंबर के उपयोगकर्ताओं के विरुध्द अपराध क्रमांक 123/2022 धारा 420 भादवि का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया। दौराने विवेचना धारा 201 एवं 120(बी) का ईजाफा किया गया।
तरीका वारदात:- आरोपीगण राजस्थान राज्य के मूल निवासी हैं जो वर्तमान अपने गांव में रहकर प्रायवेट काम करते हैं। आरोपीगण ठगों की जरूरत के हिसाब से अपना संबंधित बैंक खाता खुलवाकर दूसरे व्यक्ति को बेंच देते हैं ।
पुलिस कार्यवाही:- सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम द्वारा अपराध कायमी के पश्चात् त्वरित कार्यवाही कर तकनीकी एनालिसिस के आधार पर प्राप्त साक्ष्यों के माध्यम से आरोपीगणों को ग्राम पितास, जिला भीलवाड़ा राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में आरोपीगणों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल, सिमकार्ड जप्त किये गये हैं। प्रकरण में पहले भी एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है एवं अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस टीम:- उनि भरत प्रजापति, आर. 182 तेजराम सेन, आर. 3418 आदित्य साहू, आर. 4021 उदित दण्डोतिया।
नाम आरोपीगण:-
क्रं.नाम आरोपी शिक्षा जाहिरा व्यवसाय
1- प्रकाश चंद्र सोनी पिता जमना लाल सोनी उम्र 34 साल निवासी ग्राम पितास जिला भीलवाड़ा राजस्थान
स्नातक (बी.ए.) फ्रॉड हेतु बैंक खाता उपलब्ध कराना।
2 – दलपत कुमार गर्ग उर्फ विजय गर्ग उम्र 31 साल निवासी ग्राम पितास जिला भीलवाड़ा राजस्थान 12 वी पास
फ्रॉड हेतु बैंक खाता उपलब्ध कराना
एडवायजरी-
फोन पर कोई अज्ञात व्यक्ति आपसे क्रेडिट कार्ड, बैंक खाता, एटीएम कार्ड या अन्य कोई फायनेंसियल जानकारी मांगता है तो उसके साथ अपनी बहुमूल्य जानकारी बिल्कुल भी साझा न करें एवं अपनी स्थानीय बैंक शाखा में जाकर सम्पर्क करें।
निम्न बातों का हमेशा ध्यान रखेः-
कॉल पर किसी को भी अपनी बैंक खाता, एटीएम एवं क्रेडिट कार्ड से संबंधित कोई भी जानकारी साझा न करें भले ही बैंक वाले आपसे मांग रहे हो।
ऑनलाईन यूपीआई के माध्यम से पेमेंट प्राप्त करने हेतु किसी भी प्रकार का ओटीपी अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं होती ।
ऑनलाईन खरीददारी करते समय सतर्क रहें एवं सायबर ठगों से बचे।
ऑनलाईन खरीददारी के लिए ऐसे बैंक खाता का इस्तेमाल करें जिसमें कम बैलेंस हो।
किसी भी अननॉन बेवसाईट से कोई एप्पलीकेशन डाउनलोड न करें।
कभी भी किसी के साथ अपना ओपीट/सीवीवी/पासवर्ड/पिन आदि शेयर न करें ।
ऑनलाईन अथवा फोन पर दिये गये लॉटरी अथवा फ्री ऑफर के लालच में न पड़े ।
किसी अननॉन लिंक पर क्लिक न करें ।
केवायसी के नाम पर प्राप्त मैसेज में दिये गये नंबर पर कॉल न करें जानकारी के लिए अपने बैंक में जाकर जानकारी प्राप्त करें ।
ध्यान रखे रूपये प्राप्त करते वक्त किसी भी प्रकार का पासवर्ड अथवा यूपीआई पिन इंटर करने की जरूरत नहीं पड़ती।
व्हाट्सएप पर ऑननान मोबाईल नंबर से वीडियों कॉल रिसीव करते समय अपना चहरा ना दिखाये पहले सामने वाले की पहचान करें कि वह आपका परिचित है अथवा नहीं।
अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहें एवं अल्फान्यूमेरिक+स्पेशल करेक्टर का पासवर्ड रखें।
बिजली कनेक्शन की कटौती संबंधी मैसेज की पुष्टि पहले बिजली ऑफिस जाकर करें।
छोटे-छोटे इन्वेंस्टमेंट वाली बेवसाईट पर इन्वेस्टमेंट करने से बचें।
अपने मोबाईल फोन एवं कम्प्यूटर/लेपटॉप में रिमोट एक्सेस एप्पलीकेशन अथवा सोफ्टवेयर जैसे कि एनीडेस्क, टीमव्यूवर आदि का यदि आप उपयोग नहीं करते है तो उसको तुरंत अनइंस्टाल कर दें।
लाखों की लॉटरी वाले मैसेज अथवा विज्ञापनों से बचे और उक्त मैसेज किसी भी दूसरे को शेयर न करें।