भोपाल के बिशनखेड़ी में वन विभाग के रेस्ट हाउस के पास एक गर्भवती काले हिरण का शव मिला है। मादा हिरण का शिकार हुआ है या कुत्तों के हमले से उसकी मौत हुई है वन विभाग की टीम जांच कर रही है। वन विहार में हिरण के शव का पोस्टमॉर्टम होगा। मौत की असल वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगी।
बिशनखेड़ी एरिया शहर के वार्ड-26 में आता है। सुबह स्थानीय निवासी शेकलाल और अन्य लोगों ने हिरण का शव वन विभाग के रेस्ट हाउस के पास देखा। शेकलाल ने बताया कि यह काला हिरण है। सुबह कुत्तों ने शिकार किया। कुत्ते शव लेकर न जाए, इसलिए चौकीदारी करते रहे। लोगों ने डीएफओ आलोक पाठक को भी इसकी जानकारी दी। इसके बाद वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा।

बिशनखेड़ी में वन विभाग के रेस्ट हाउस के पास मिला हिरण का शव।
इस साल 114 वन्य प्राणियों का हुआ शिकार
वन विभाग की अवैध शिकार प्रकरण रिपोर्ट के अनुसार मप्र में 1 जनवरी 2024 से लेकर अब तक कुल 114 जंगली जानवरों का शिकार प्रदेश के अलग – अलग स्थानों पर हुआ है। शिकारियों ने सबसे ज्यादा 24 तेंदुए, 20 चीतल, 16 नीलगाय और 14 जंगली सुअरों का शिकार किया है। इसके अलावा 3 काले हिरणों का भी शिकार हुआ है। काले हिरण के यह शिकार सीहोर , रायसेन और सागर जिले में हुए हैं।
कुत्तों के हमले से मौत, पोस्टमार्टम करवा रहे
इस मामले में डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को बरामद कर वन विहार भिजवाया गया। जहां शव का पोस्टमार्टम होगा। प्रारंभिक जांच और ग्रामीणों से बातचीत करने से पता चला है कि कुत्तों के हमले में हिरण की मौत हुई है। काला हिरण शेड्यूल-1 में आता है।
भेड़ वालों से खदेड़ रहा वन विभाग
जिस जगह काले हिरण का शव मिला, उससे आसपास पानी वाला इलाका है। इसके चलते राजस्थानी भेड़ वाले भी वहां भेड़ों को लेकर रुके हैं। ऐसी आशंका है कि भेड़ वालों के साथ कुत्ते भी हैं, जो शहरी कुत्तों की तुलना में ज्यादा हिंसक होते हैं। वे भी हिरण पर हमला कर सकते हैं। डीएफओ पाठक का कहना है कि भेड़ वालों को खदेड़ रहे हैं।