मऊगंज के पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने जॉइन की कांग्रेस
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के बीच दल बदल का दौर जारी है। कांग्रेस के कई सीनियर लीडर्स से लेकर बूथ लेवल तक के कार्यकर्ता बीजेपी जॉइन कर रहे हैं। इसके विपरीत रीवा के मऊगंज से पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने कांग्रेस जॉइन कर ली।
वे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की बनाई पार्टी भारतीय जनशक्ति पार्टी (भाजश) से विधायक रह चुके हैं। रविवार को उन्होंने भोपाल में PCC चीफ जीतू पटवारी से मुलाकात की थी। सोमवार को PCC दफ्तर में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ले ली।
इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- मैं अपने पुराने घर में लौट रहा हूं। जब आर्मी से लौट कर आया था तब कांग्रेस में ही था। 4-5 महीने बाद उमा भारती जी ने अनुरोध किया था, रोया गाया था तो मैं उनके साथ था।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोमवार को पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी को कांग्रेस जॉइन कराई।
अपने स्वभाव के अनुरुप कांग्रेस में गया हूं
पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने बात की। उनसे पूछा गया कि लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं, और आपने कांग्रेस जॉइन की है। उन्होंने कहा- जो धारा में बह जाते हैं, वे बहते रहते हैं। जो धारा के विपरीत बहते हैं, उसकी गरिमा होती है। लक्ष्मण तिवारी अपने स्वभाव के अनुरुप कांग्रेस में गया है। आज कांग्रेस को मजबूत करने की जरूरत है। कांग्रेस अपने आप मजबूत है। बूंद-बूंद पानी से सागर भरता है। मैं एक बूंद हूं।
इस बार भी पीएम मोदी जी भी बन गए तो 5 साल में क्या-क्या गुल खिलेगा उसकी कल्पना नहीं है। टैक्स हम दे रहे हैं और बंदर बाट दुनिया भर में हो रहा है। वहीं, उन्होंने कहा कि- मेरे जीवन का आखिरी पड़ाव है। हम भी 70 (उम्र) के करीब हैं। जो समय बचा है, उसमें चुनाव लड़ने वालों का साथ देकर कांग्रेस को मजबूत करेंगे।
लक्ष्मण तिवारी 2023 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने उनके समर्थन में सभा को संबोधित किया था।
भाजश, भाजपा, सपा के बाद अब कांग्रेस में
लक्ष्मण तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती द्वारा स्थापित भारतीय जनशक्ति पार्टी से राजनीति की शुरुआत की थी। वे 2008 के विधानसभा चुनाव में मऊगंज से पहली बार विधायक बने। 2013 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनशक्ति पार्टी का भाजपा में विलय हो गया। बीजेपी ने 2013 में लक्ष्मण तिवारी को अपना उम्मीदवार बनाया। लेकिन, वे कांग्रेस के सुखेन्द्र सिंह बन्ना से चुनाव हार गए।
2018 के विधानसभा चुनाव में लक्ष्मण तिवारी की जगह भाजपा ने प्रदीप पटेल काे चुनाव लड़ाया और प्रदीप ने जीत दर्ज की। 2018 में तिवारी ने मऊगंज से निर्दलीय चुनाव लड़ा। उनको 10 हजार से ज्यादा वोट मिले।
पिछले 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले लक्ष्मण तिवारी ने समाजवादी पार्टी जॉइन कर ली थी। उन्होंने रीवा जिले की सिरमौर सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा। मगर उन्हें मात्र 2 हजार वोट मिले। अब वे चौथे दल कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं।