भोपाल के छोला मंदिर इलाके में रहने वाली महिला ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। बेटों के अलग होने से दुखी होकर महिला ने यह कदम उठाया है। सुसाइड नोट नहीं मिलने से आत्महत्या के सही कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। घटना बुधवार देर रात की है। गुरुवार दोपहर पीएम के बाद बॉडी परिजनों को सौंप दी गई है।
पुलिस के मुताबिक आशा बाई पति गेंदालाल यादव (47) प्रवेश नगर मालीखेड़ी गृहिणी थीं। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। चारों बच्चों की शादी हो चुकी है। दोनों बेटे मां-पिता से अलग अपने परिवार के साथ रहने लगी थे। इस बात से महिला दुखी थी।
छोटे बेटे ने 2 नवंबर को छोड़ दिया था घर
मृतका के छोटे बेटे संजय यादव ने बताया कि बीते 28 अक्टूबर को मां और मेरे बीच विवाद हो गया था। वे कुछ सामान मंगा रही थीं, मैंने सामान लाने से इनकार कर दिया था। इसी बात को लेकर मां ने फटकार लगाई, मैंने गुस्से में 2 नवंबर को घर छोड़ दिया। पत्नी बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने लगा।
दो दिन पहले आखिरी बार मां से की थी मुलाकात
बेटे के घर छोड़ने के बाद मां दुखी थी, दो दिन पहले उनसे मुलाकात करने गया था। तब मां ने बोला कि इतने बड़े घर में मन नहीं लगता, सूना हो गया है घर। बच्चों को मेरे पास छोड़ दो, मैंने बताया कि काम के सिलसिले में इछावर जा रहा हूं, वहां से आने के बाद छोड़ दूंगा। बुधवार रात को पिता ने मां की मौत की सूचना दी। घर पहुंचा तो उनकी लाश देखी।
खर्च के पैसों को लेकर होता था विवाद
बेटे ने बताया कि शादी के बाद पत्नी और फिर बच्चों का खर्च बढ़ गया था। मैं घर में मासिक खर्च को नियमित रूप से नहीं दे रहा था। इसी बात से मां नाराज थीं और फटकार लगाती थीं। इस बात पर उनसे विवाद हो जाता था। वहीं पुलिस का कहना है कि सुसाइड नोट नहीं मिलने से खुदकुशी के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। मामले की जांच की जा रही है।




