गोद लिए बेटे ने की मां की हत्या,पहले छत से फेंका, फिर गला दबाया
श्योपुर में एक महिला की हत्या उसी के गोद लिए बेटे ने कर दी। उसने पहले महिला को छत से नीचे फेंका, फिर गला दबा दिया। शव को घर के अंदर सीढ़ियों के नीचे बने बाथरूम में गड्ढा खोदकर दफना दिया, फिर ईंट से चुनाई कर दी। इसके बाद बाथरूम में कबाड़ा भर दिया। घटना सोमवार 5 मई की है। आरोपी ने बुधवार को अपने मामा और रिश्तेदारों को बुलाया और कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी।
शक होने पर महिला के भाई ने उस पर हत्या का आरोप लगाया और पुलिस को मौका मुआयना करने के लिए महिला के घर बुला लिया। पुलिस ने तलाशी ली तो बाथरूम में नई सीमेंट और चुनाई देखकर शक हो गया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वो टूट गया।
महिला के भाई अशोक शर्मा ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी ऊषा (65) और भुवनेंद्र पचौरी की कोई संतान नहीं थी। भुवनेंद्र वनकर्मी थे। उन्होंने ग्वालियर के एक अनाथालय से 3 साल के बच्चे को गोद लिया। इसका नाम दीपक रखा। दंपती ने दीपक को खूब पढ़ाया-लिखाया, लेकिन उसकी नीयत उषा की प्रॉपर्टी और दौलत पर बिगड़ गई।
पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो वो टूट गया। उसने मां की हत्या करना कबूल कर लिया।
पिता की मौत के बाद ऐश की जिंदगी जीने लगा
ऊषा के भाई अशोक ने बताया, 2021 में भुवनेंद्र की मौत के बाद दीपक (24) उनकी जमा पूंजी से नशा करता और ऐश की जिंदगी जीने लगा। वो ऐशो-आराम के लिए महीनों तक घर से बाहर रहा। उसके पास रुपए खत्म हो गए तो घर लौट आया। रुपए के लिए मां से झगड़ता था। उनके साथ मारपीट भी करता था।
अशोक ने आरोप लगाया कि ऊषा के बैंक खाते में पति की सर्विस के लाखों रुपए जमा थे। उसी के लिए आरोपी ने अपनी मां का मर्डर कर दिया। महिला के नाम पर 30 लाख रुपए की एफडी है। 2 लाख कैश और 8 लाख रुपए के जेवर हैं। श्योपुर शहर में उसका 2 मंजिला मकान है। महिला के पास कुल डेढ़ करोड़ रुपए की संपत्ति थी।
एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि दीपक के नाम 16 लाख रुपए की एफडी थी, जिसे उसने तुड़वाकर पैसा शेयर मार्केट में लगा दिया था। जहां उसे नुकसान हो गया और पैसे डूब गए थे। इस बात को लेकर मां-बेटे में कहासुनी होती रहती थी।
आरोपी दीपक ने बाथरूम में गड्ढा खोदकर मां के शव को दफना दिया, फिर ईंट से चुनाई कर दी।
12वीं में हासिल किए थे 94% अंक
आरोपी दीपक पचौरी को अनाथालय से श्योपुर स्थित अपने घर लाने के बाद उसके माता-पिता बने पचौरी दंपती ने उसे खूब पढ़ाया-लिखाया। दीपक पढ़ाई में होशियार था। 2018 में 12वीं क्लास में उसने 94% अंक हासिल किए थे। इसके बाद वह यूपीएससी के एग्जाम की तैयारी करने दिल्ली चला गया था। वह 5 मई को ही दिल्ली से घर लौटा था। इसके बाद उसने सोमवार 6 मई को वारदात को अंजाम दिया।