इंदौर के चंदन नगर इलाके में रक्षाबंधन की रात नमकीन फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूर अर्जुन यादव की बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए तीन थानों के जवानों को लगाया गया था। दिन-रात मेहनत कर करीब 700 से ज्यादा कैमरों के फुटेज देखने के बाद पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया है। आरोपियों ने मजदूर से 70 रुपए और मोबाइल लूट लिया था और हत्या कर मौके से फरार हो गए थे।
डीसीपी ऋषिकेश मीना की टीम ने नावदा पंथ में हुए अर्जुन यादव हत्याकांड का खुलासा किया है। इसमें आवेश उर्फ चिल्लर, समीर उर्फ गुड्डा और सागर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मौज-मस्ती और राजस्थान घूमने के लिए आए थे। रात में तीनों यहां शराब पी रहे थे। अर्जुन को अकेला देखकर उसका मोबाइल छीना और जेब से रुपए निकालने को लेकर मारपीट की। इसी दौरान अर्जुन पर धारदार हथियार से हमला किया। बदमाशों को लगा कि अर्जुन घायल हो गया है और उन पर अपराध दर्ज हो जाएगा। इसी डर से उन्होंने करीब 18 वार धारदार हथियार से किए, जिससे अर्जुन की मौत हो गई।
अर्जुन की जेब से आरोपी 70 रुपए निकालकर ले गए। इस दौरान एक आरोपी की चप्पल वहीं छूट गई थी। आरोपियों ने एक दुकान से पानी की बोतल भी ली थी। पुलिस ने उनकी पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले। सदर बाजार इलाके में रहने वाले आरोपियों की तस्वीर मिलने पर पुलिस ने उन्हें पकड़ा और पूछताछ की। पूछताछ में आवेश ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या करना कबूला।