मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान में लापरवाही, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता निलंबित
मुख्यमंत्री जन कल्याण पर्व में लापरवाही बरतने पर भोपाल जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज सिंह ने एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को निलंबित कर दिया। बुधवार को वे गांवों में पहुंचे थे। उन्होंने महिलाओं से पूछा कि उन्हें योजनाओं का लाभ मिल रहा हैं या नहीं?
पर्व के तहत 11 दिसंबर से 26 जनवरी तक ग्राम पंचायतों में शिविर लगाए जा रहे हैं। बुधवार को भी शिविर लगाए गए। इनमें सीईओ ऋतुराज भी शामिल हुए। उन्होंने ग्राम पंचायत फंदाकलां, ईंटखेड़ी छाप और बरखेड़ा नाथू पहुंचकर हितग्राहियों से चर्चा की। योजनाओं के बारे में जानकारी भी दी गई। जनपद फंदा सीईओ शंकर पांसे, एपीओ संदीप कुमार श्रीवास्तव भी साथ थे।
अधिकारी-कर्मचारी शिविर में मौजूद रहें
निरीक्षण के दौरान पर्व में लापरवाही बरतने पर सीईओ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता आशा शर्मा को निलंबित करने के आदेश दिए। इसके बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग ने कार्यकर्ता को निलंबित कर दिया। वहीं, सेक्टर पर्यवेक्षक खजूरी सड़क गीता पाल के 15 दिन के वेतन काटने की कार्रवाई भी की गई। सीईओ ने सभी अधिकारी और कर्मचारियों को शिविर में रहने के निर्देश दिए।
यह है मुख्यमंत्री जनकल्याण पर्व
मुख्यमंत्री जनकल्याण पर्व 11 दिसंबर से 26 जनवरी तक चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य सरकार की योजनाओं का लाभ आम लोगों को देना है। इसके लिए नोडल अधिकारी और संपर्क दल भी बनाए गए हैं, जो सर्वे कर पात्र हितग्राहियों को लाभ दे रहे हैं। सर्वे के दौरान प्राप्त आवेदन की एंट्री सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी शिविर प्रभारी की होगी