बिजली कलेक्शन काटने और ज्यादा राशि के बिल देने के विरोध में गुरुवार को कई लोगों ने भोपाल के चांदबड़ स्थित बिजली कंपनी के जोन ऑफिस में हंगामा कर दिया। उन्होंने ऑफिस का घेराव करते हुए अफसरों पर मनमानी करने का आरोप लगाया।
उनका कहना था कि बिजली कंपनी मनमाने तरीके से बिजली की रीडिंग करके बिल भेज रही है। जब बिल जमा नहीं करते हैं तो जुर्माना वसूल किया जा रहा है। वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बिजली कनेक्शन भी काटे जा रहे हैं, जो कि गलत है।

एई से मांगा जवाब कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला के नेतृत्व में यह हंगामा और घेराव किया गया। लोगों ने एई रविंद्र अग्रवाल का घेराव करके उनसे बात की। कांग्रेस नेता शुक्ला ने बताया, बड़ी संख्या में लोगों ने अवैध वसूली और फर्जी चालान के चलते चांदबड़ जोन कार्यालय का घेराव किया और एई अग्रवाल से जवाब मांगा।
यह लगाए आरोप
रहवासियों ने बिजली विभाग स्मार्ट मीटर लगाने के बहाने पुराने मीटर को निकालकर जबर्दस्ती मीटर में गड़बड़ी का हवाला देकर अवैध वसूली करने का आरोप भी लगाया। शुक्ला ने कहा कि प्रकरण बनाकर गरीबों को अवैध वसूली के नोटिस थमा दिए गए हैं। वहीं, चोरी का बहाना बनाकर रहवासियों की लाइट काटी जा रही है। यदि बिजली कंपनी द्वारा बनाए गए झूठे प्रकरणों की सही से जांच कर उनका निराकरण नहीं किया गया तो वह जल्द ही इन सब समस्याओं का सभी रहवासियों के साथ चीफ इंजीनियर कार्यालय का घेराव करेंगे। इस अवसर पर विजेंद्र शुक्ला, मुकेश पंथी, तारिक अली, मोहम्मद आमिर, अमित खत्री आदि मौजूद थे।
इधर, कार्य में लापरवाही के चलते तीन अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस, एक निलंबित मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के भोपाल वृत्त के उप महाप्रबंधक भेरूंदा राजेश अग्रवाल, ललरिया वितरण केंद्र के मैनेजर सुशील वर्मा और लाड़कुई वितरण केन्द्र के जूनियर इंजीनियर पंकज कटियार को लापरवाही और कार्य के प्रति सजग नहीं रहने के आरोप में कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। इसी तरह गुनगा के जूनियर इंजीनियर नितेश पलारिया को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई भोपाल ग्रामीण वृत्त की समीक्षा बैठक के दौरान मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक क्षितिज सिंघल ने की।
प्रबंध संचालक श्री सिंघल ने समीक्षा बैठक के दौरान संदेश दिया की बिलिंग एफिशिएंसी (दक्षता) तथा कलेक्शन एफिशिएंसी में कमी को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खराब और जले मीटर बदलें और उपभोक्ताओं को दी जा रही बिजली की प्रत्येक यूनिट बिक्रित यूनिट में परिवर्तित होना चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने किसानों को 5 रुपए में दिए जा रहे स्थायी पंप कनेक्शन के बारे में कहा कि इसके अंतर्गत अधिक से अधिक कृषकों को कनेक्शन प्रदान करें और जहां नियमित कनेक्शन देने की कार्रवाई में अड़चन आ रही है, वहां अस्थायी कनेक्शन अवश्य प्रदान करें।