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इंदौर कांग्रेस के 2 रईस पूर्व-विधायकों ने जॉइन की BJP

इंदौर कांग्रेस के दो सबसे रईस पूर्व विधायकों ने भाजपा ज्वॉइन कर ली है। इंदौर-1 के पूर्व विधायक संजय शुक्ला और देपालपुर के पूर्व विधायक विशाल पटेल शनिवार सुबह भोपाल स्थित BJP कार्यालय पहुंचे थे। मुख्यमंत्री मोहन यादव, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सदस्य दिलाई। इनके अलावा प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री सुरेश पचौरी, धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी ने भी बीजेपी जॉइन की।

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लोकसभा चुनाव 2024 के पहले यह मालवा में कांग्रेस को बड़ा झटका है। शुक्ला और पटेल दोनों के नाम इंदौर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाने के लिए चर्चा में आए थे। शुक्ला पहले ही मना कर चुके थे। पटेल ने भी चुप्पी साध रखी थी। हालांकि, कमलनाथ कांड के बाद से ही दोनों ने कांग्रेस से दूरी बना ली और भारत जोड़ो न्याय यात्रा 2.0 में भी औपचारिकताभर निभाई।

मजाक में बोले विजयवर्गीय- साले, तेरी गाली सुनी…

कैलाश विजयवर्गीय अपने बयानों में हमेशा संजय शुक्ला को घर का ही बच्चा बताते रहे हैं। इसकी वजह है कि संजय के पिता और विजयवर्गीय के राजनीतिक गुरु विष्णुप्रसाद शुक्ला बड़े भैया भाजपा में ही बड़े नेता रहे हैं। पूरा परिवार शुरू से ही बीजेपी के साथ था। एकमात्र संजय शुक्ला कांग्रेस की राजनीति करने लगे और पार्षद के बाद कांग्रेस से ही विधायक भी बने थे। वे महापौर का चुनाव भी लड़े लेकिन हार गए थे।

भोपाल में इंदौर-1 के पूर्व विधायक शुक्ला को भाजपा का दुपट्‌टा पहनाते हुए मंत्री विजयवर्गीय ने मजाकिया अंदाज में शुक्ला से कहा- ‘ साले, तेरी गाली सुनी और तेरे को ही लेना पड़ रहा है।’ आगे कहा कि इंदौर से एक और खेप आने वाला है।

यह सुनकर संजय समेत मंच पर खड़े तमाम नेता हंस दिए। विजयवर्गीय ने भी ठहाका लगाया। इस हंसी ठिठौली का वीडियो वायरल है। बता दें कि चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी शुक्ला ने भाजपा प्रत्याशी विजयवर्गीय को गुंडा बताया था। जब दोनों आमने-सामने हुए थे तो दोनों की तल्खी का वीडियो भी तब सामने आया था।

संजय शुक्ला : 140 करोड़ की रिकवरी निकलने से दबाव था

इंदौर-1 के पूर्व विधायक संजय शुक्ला का इंदौर कांग्रेस के सबसे रईस पूर्व विधायक हैं। चुनाव हारने के ठीक बाद जिला प्रशासन ने शुक्ला के खिलाफ पुराने मामले में अवैध खनन को लेकर 140 करोड़ रुपए की रिकवरी की फाइल बनाई थी। इसका नोटिस जारी हुआ या नहीं, यह साफ नहीं है। हालांकि, इसके बाद से ही शुक्ला बेहद दबाव में आ गए थे। उन्होंने दो दिन पहले एक प्रदर्शन भी किया था।

जॉइनिंग के बाद उन्होंने कहा कि घर में वापस आ गया हूं। गौरतलब है कि संजय के चचेरे भाई गोलू इंदौर विधानसभा-3 से भाजपा के विधायक हैं। संजय के पिता और भाजपा नेता विष्णुप्रसाद शुक्ला का विजयवर्गीय बहुत सम्मान करते थे। टिकट मिलने पर विजयवर्गीय सबसे पहले शुक्ला के ही घर गए थे और विष्णुप्रसाद शुक्ला की तस्वीर पर नमन किया था।

विशाल पटेल : देपालपुर से चुनाव हार चुके भीतरघात से दुखी थे

इधर, देपालपुर के पूर्व विधायक विशाल पटेल पार्टी के भीतरघात से परेशान थे। देपालपुर विधानसभा सीट पर भाजपा का बागी खड़ा होने के बावजूद वे बुरी तरह से मनोज पटेल से चुनाव हार गए। जबकि, 2018 में उन्होंने मनोज पटेल से ही यह सीट छीनी थी। इससे वे आहत थे और कमलनाथ कांड के बाद वेट एंड वॉच कर रहे हैं। विशाल की संजय शुक्ला से अच्छी अंडरस्टैंडिंग है और दोनों समकालीन हैं। इसी कारण दोनों ने साथ जाने का फैसला किया जो कि बिल्कुल चौंकाने वाला नहीं रहा।

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