Satna Railway Accident : मालगाड़ी से टकराया रेल इंजन, ब्रेक यान पटरी से उतरा
सतना रेलवे स्टेशन के रेल यार्ड पर शुक्रवार सुबह लगभग 6 बजे हादसा हो गया। यहां मालगाड़ी के पीछे लगे ब्रेक यान को इंजन ने टक्कर मार दी जिससे ब्रेक यान पटरी से नीचे उतर गया। हादसा उस वक्त हुआ जब रेल इंजन यार्ड में संटिंग कर रहा था। जो शंटिंग लाइन में खड़ी मालगाड़ी के पीछे लगे ब्रेक यान से टकरा गया। इस हादसे के बाद आनन-फानन में रेलवे स्टेशन में खतरे का सायरन बजाया गया जिसके बाद दुर्घटना राहत गाड़ी मौके पर पहुंची। इसके साथ ही राहत टीम और तकनीकी कर्मचारी भी पहुंचे और पटरी से उतरे ब्रेक यान को दोबारा पटरी पर चढ़ाने का का काम शुरू किया गया। लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद दोबारा ब्रेक यान को पटरी पर रख दिया गया। हालांकि इस हादसे में अधिक नुकासन नहीं हुआ है और न ही रेल यातायात प्रभावित हुआ लेकिन हादसे में जरूर लापरवाही सामने आई है। जिसके बाद सतना एरिया मैनेजर मृत्युंजय ने जांच टीम गठित कर दी है जो कि घटना की रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने बताया कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है जिसके बाद लापरवाही उजागर होने पर कार्रवाई की जाएगी।
छह माह के अंदर हुए तीन हादसे : जबलपुर मंडल अंतर्गत सतना रेलखंड में बीते छह माह में लगभग तीन हादसे हुए हैं जिसमें बीते माह ही मुख्त्यारगंज फाटक के पास मालगाड़ी के इंजन का ओवरहेड सिस्टम ओएचई वायर में फंस गया था जिससे सात से आठ घंटे तक रेल यातायात प्रभावित रहा था। इस हादसे में भी लूज ओवरहेड बिजली लाइन की समस्या सामने आई थी और एक रेलवे कर्मचारी को निलंबित भी किया गया था। इसी तरह बीते चार फरवरी को ही सतना से बिरला सीमेंट फैक्ट्री जाने वाली लाइन में एक मोटरसाइकिल इंजन के नीचे फंस गई थी जिससे तीन घंटे तक रेल कर्मियों को कड़ी मशक्कत करना पड़ा तब जाकर मार्ग खुल सका था। लगातार हादसों से सतना रेल प्रशासन पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यहां मुख्त्यारगंज और उचेहरा रेलवे फाटक में भी छह माह में लगभग एक दर्जन बार समस्या आ चुकी है जिसके कारण आए दिन फाटक बनाने के कारण रेल यातायात सहित सड़क मार्ग भी बंद हो जाता है।