इंदौर के संयोगितागंज थाना क्षेत्र में हुई 76 किलो चांदी की डकैती के मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अंतरराज्यीय गिरोह के 8 आरोपियों को पुलिस ने पकड़ा है। उनके पास से 33 किलो चांदी सहित कुल 35 लाख रुपए का माल बरामद किया गया है। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और भी जानकारी जुटाई जा रही है।
3 जून को नायरा पेट्रोल पंप के सामने फरियादी प्रेम प्रकाश सिसोदिया, निवासी गोराकुंड चौराहा (मूल निवासी जिला हाथरस) का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था। बदमाशों ने उसके पास से 76 किलो 280 ग्राम चांदी, जिसकी कीमत 74 लाख 37 हजार रुपए है, एक टू-व्हीलर, मोबाइल फोन और 3200 रुपए नकद लूट लिए थे। फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। फरियादी ने बताया कि वह व्यापारियों से चांदी लेकर आगरा पहुंचाने का काम करता है।
एसीपी तुषार सिंह ने बताया कि मामले में टीआई संयोगितागंज सतीश कुमार पटेल और उनकी टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इनमें वारदात में इस्तेमाल कार (टैक्सी) दिखाई दी। फुटेज में बदमाश, फरियादी के साथ वारदात को अंजाम देते हुए नजर आए। कार के नंबर के आधार पर जब पुलिस कार मालिक प्रकाश शोले तक पहुंची, तो पता चला कि 2 जून को विजय नगर चौराहे के पास दो युवकों ने उज्जैन जाने के लिए 2000 रुपए में टैक्सी बुक की थी। बाद में चार लोग कार में सवार हुए और सांवेर के पास देसी कट्टा अड़ाकर कार छीन ली। ड्राइवर को बांधकर डिक्की में डाल दिया गया।
बाद में उसे छोटी ग्वालटोली बस स्टैंड के पास श्री महालक्ष्मी होटल में बंधक बनाकर रखा गया। 3 जून की शाम बदमाशों ने उसी कार से डकैती की वारदात को अंजाम दिया।

युवक को पकड़ा, पूछताछ में खुला राज
इस मामले में लगातार पुलिस टीम प्रकाश से पूछताछ करती रही। जिसमें पता चला कि आरोपी बाहर के हैं। आगरा (यूपी) में जाकर टेक्निकल जानकारी और मुखबिरी के आधार पर टीम ने आकाश सिसोदिया (30) निवासी ग्राम नगला माहाराम को पकड़ा। उसे इंदौर लाकर पूछताछ की, जबकि एक टीम वहीं रुकी और अन्य लोगों की तलाश करने लगी।
आकाश से पूछताछ में उसने वारदात को अंजाम देने कबूल किया। इसके बाद उसने अन्य साथियों की जानकारी दी। ये भी पता चला कि आरोपियों ने यूपी में रहकर ही वारदात की प्लानिंग की थी। टीम ने अन्य आरोपियों की जानकारी निकाली तो उत्तराखंड के केदारनाथ व सोनप्रयाग में उनके होने के बारे में पता चला। जिसके बाद टीम उत्तराखंड पहुंची, लेकिन आरोपियों की जानकारी नहीं मिली।

इंदौर में माल खपाने की थी तैयारी
टीम को जानकारी मिली थी कि आरोपी, पकड़े जाने के डर से और डकैती में लूटे गए माल को जल्द खपाने के लिए इंदौर आने वाले हैं। टीम ने आरोपियों की घेराबंदी की और हेमंत राजपूत (19), निक्की बग्घा (20), नितिन जट्टा (19), विवेक पोनिया (21), गौरव सिसोदिया (26), अनुज उर्फ अन्न कुंतल (19), विनोद कुमार (47) को गिरफ्तार किया। इस प्रकार आकाश सहित कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि गौरव सिसोदिया, जो पहले फरियादी की दुकान पर काम कर चुका था, उसे चांदी लाने-ले जाने की पूरी जानकारी थी। इसी जानकारी के आधार पर गौरव और आकाश ने अन्य साथियों के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में डकैती की योजना बनाई। गौरव ने ही फरियादी की फोटो, गाड़ी का नंबर और आने-जाने का समय साथियों को बताया। वारदात को अंजाम देने के लिए गौरव और आकाश को छोड़कर बाकी बदमाशों ने डकैती की, ताकि दोनों पर शक न हो।
आरोपियों ने 76 किलो चांदी को आपस में बांटने और उसे आरोपी विनोद कुमार को चांदी बेचना बताया। पुलिस ने आरोपियों के पास से चांदी की 5 सिल्ली के टुकड़े, 7 चांदी के बिस्किट (करीब 33 लाख रुपए मूल्य), 2 देसी कट्टे, 4 जिंदा कारतूस, फरियादी की टू-व्हीलर, चोरी की बाइक और फरियादी का मोबाइल आदि जब्त किया है। इस मामले में पुष्पेंद्र और आकाश पंडित फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।