एक तीर दो निशाने:स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी रुकेगी, साथ ही जो पुराने मीटर हटेंगे, उनमें छेड़छाड़ मिली तो एक साल का बिल वसूलेंगे
बिजली कंपनी द्वारा शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह काम एक पंथ दो काज की तर्ज पर भी किया जा रहा है। जिन घरों, दुकानों, दफ्तरों में स्मार्ट मीटर लगाकर पुराने मीटर निकाले जाएंगे, उनकी लैब में टेस्टिंग कराई जाएगी। कोई छेड़छाड़ पाई गई तो संबंधित उपभोक्ता से 1 साल का बिल वसूला जाएगा।
बिजली कंपनी के सिटी सर्कल के नए जनरल मैनेजर बीबीसी परिहार ने कहा कि जिस भी मीटर में टेंपरिंग होना पाया गया तो तय प्रावधान के आधार पर संबंधित उपभोक्ता से 1 साल के खपत के बराबर की राशि वसूली जाएगी। मीटर की जांच के लिए लैब में स्टाफ भी बढ़ाया जाएगा। बिजली कंपनी द्वारा कोलार, मिसरोद और अशोक विहार सहित कई इलाकों में 15 हजार से ज्यादा मीटर लगाए जा चुके हैं।
पहले चरण में तीन लाख मीटर लगाए जाएंगे
शहर में बिजली के स्मार्ट मीटर लगाने का यह काम केंद्र सरकार की पावर सेक्टर की रिवेम्ड रिफॉर्म्स डिस्ट्रीब्यूशन स्कीम (आरआरडीएस) के तहत किया जा रहा है। शहर में बिजली के 6.10 लाख उपभोक्ता हंै। पहले चरण में तीन लाख मीटर लगाए जाएंगे। एक डिवीजन में पूरे मीटर लगने के बाद उनमें मोबाइल की तरह बिजली रिचार्ज करवाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
बिजली चोरी वाले इलाकों में भी लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर-बिजली चोरी के लिहाज से शहर के संवेदनशील इलाकों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। इसकी वजह यह है कि इन इलाकों में अभी भी औसतन 37% से लेकर 77% बिजली चोरी हो रही है। इन इलाकों में भी बिजली चोरी रोकने के लिए ही ये नए मीटर लगाए जाएंगे।
स्मार्ट मीटर नहीं लगवाने पर नोटिस जारी कर रही कंपनी
इस योजना को अमल में लाने के लिए बिजली कंपनी ने सख्ती बरतते हुए एक और नुस्खा अपनाया है। अभी कई इलाकों में रहवासी ये मीटर लगवाने से मना कर रहे हैं। अब ऐसे उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। मीटर लगवाने से इनकार करना शासकीय कार्य में बाधा डालना बताया जा रहा है। बिजली कंपनी के मिसरोद सिटी जोन कार्यालय द्वारा मिसरोद एरिया स्थित कुछ कॉलोनी में रहवासियों को ऐसे नोटिस जारी किए गए हैं।