माता की मूर्ति पर पेशाब किया, पैर रखा
रीवा में माता की प्राचीन मूर्ति पर बदमाश ने पेशाब की। मूर्ति को जमीन पर पटका। उस पर पैर रख दिया। मूर्ति को कुछ दूर ले जाकर फेंक दिया। इस घटना को गांव की महिला ने देखा। इधर, गांव के सरपंच ने मूर्ति को शुद्धिकरण के लिए तमस नदी में डलवा दिया।
घटना मंगलवार शाम 5 बजे त्योंथर जनपद पंचायत के शंकरपुर गांव की है। बुधवार सुबह नईगढ़ी थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया है। घटना के बाद गांव के लोगों में आक्रोश है। गांव वाले मंदिर के पास धरने पर बैठ गए। आरोपी पास के ही गांव का रहने वाला हिंचलाल साकेत है। वह आपराधिक प्रवृत्ति का है। गांव वाले आराेपी को गिरफ्तार कर उस पर एनएसए की कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। दोपहर करीब 3 बजे मौके पर त्योंथर एसडीएम संजय जैन भी पहुंचे हैं।
जिला मुख्यालय से करीब 80 किलोमीटर दूर त्योंथर क्षेत्र के शंकरपुर गांव में चौराहे पर चबूतरा बना है। यहां जालपा माता की मूर्ति स्थापित है। लोग इन्हें कुलदेवी के रूप में पूजते हैं। लोग यहां बच्चों का मुंडन, कनछेदन करवाने आते हैं। चबूतरे पर हनुमानजी और शिवलिंग भी स्थापित है।
प्रत्यक्षदर्शी बोली- पेशाब करने के बाद मूर्ति पर पैर रख चढ़ गया
गांव की रहने वाली प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया, ‘मंगलवार शाम करीब 5 बजे मंदिर के पास गुजर रही थी। इसी दौरान महेवा गांव के रहने वाले हिंचलाल साकेत को देखा। वह चबूतरे पर चढ़कर माता की मूर्ति पर पेशाब कर रहा था। पेशाब करने के बाद थोड़ी देर के लिए कुछ कदम आगे चलकर गया। लौटकर वापस आया। मूर्ति पर पैर रखकर चढ़ गया। उसने मूर्ति को जमीन पर पटक दिया। मूर्ति को उठाकर कुछ दूर ले गया और फेंक दिया।मैंने शोर मचाया, तो आसपास के गांव वाले पहुंच गए। लोगों को आता देख, वह भाग गया। लोगों ने उसका पीछा भी किया, लेकिन तब तक खेतों के रास्ते वह फरार हो गया।
थाने पर शिकायत, कार्रवाई का आश्वासन
गांव वाले नईगढ़ी थाने पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मौके पर पहुंची। महिला और गांव वालाें के बयान लिए। बुधवार सुबह पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया। सुबह भी पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। यहां गांव वालों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। नारेबाजी करते हुए आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।
शुद्धिकरण के लिए मूर्ति नदी में डलवाई
सरपंच सुनीता कोल के प्रतिनिधि रामबहोर कोल ने दोपहर करीब 12 बजे शुद्धिकरण के लिए मूर्ति को तमस नदी में डलवा दिया। दोपहर करीब 3 बजे एसडीएम संजय जैन मौके पर पहुंचे। उन्होंने पटवारी अजीत दुबे के साथ नदी से मूर्ति को बाहर निकलवाकर वापस चबूतरे पर रखवा दिया।
गांव वाले बोले- आरोपी को गिरफ्तार कर कार्रवाई हो
गांव के रहने वाले गौरव सिंह ने कहा कि नवरात्रि के एक दिन पहले ऐसा कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर उस पर एनएसए की कार्रवाई की जानी चाहिए। उसका घर पर जमींदाेज किया जाए, ताकि ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो। नवरात्रि में यहां कई लोग आते हैं। ऐसी घटना से धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंची है।
लोग बोले- वर्षों पुरानी है माता की मूर्ति
गांव के रहने वाले रामगोविंद शर्मा ने बताया कि बचपन से मंदिर में आ रहे हैं। जालपा माता की पूजा-अर्चना भी करते हैं। हमारे बुजर्ग भी मंदिर में पूजा-अर्चना करते है। गांव में शादी के बाद नवविवाहित जोड़ा माता के दर्शन के लिए आता है। बच्चे का नामकरण संस्कार, कनछेदन और अन्य संस्कार भी यहां किए जाते हैं। गांव के हर कार्यक्रम की शुरुआत माता के दर्शन और आशीर्वाद के साथ ही करते हैं। भविष्य में यहां मंदिर निर्माण की भी योजना है।
एएसपी अनुराग पांडेय ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी की तलाश की जा रही है। आक्रोशित ग्रामीणों को समझाइश दी गई है।