पीडब्ल्यूडी के कामों में नई तकनीकी पर वर्कशॉप:युवा इंजीनियर्स की कैपिसिटी डेवलपमेंट, विकास परियोजनाओं को प्रभावी बनाने पर फोकस
लोक निर्माण विभाग के विभागीय कार्यों में नई तकनीकी को शामिल करने और विकास परियोजनाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन अकादमी में आज कार्यशाला के माध्यम से मंथन हो रहा है। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने निर्माण क्षेत्र में नवीन तकनीक पर आधारित कार्यशाला का शुभारंभ किया। कार्यशाला में विभाग के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी और युवा इंजीनियर शामिल हुए हैं।
इस वर्कशॉप में 19 और 20 अक्टूबर को भोपाल में आयोजित इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) के सेमिनार और रायपुर में हुए वार्षिक अधिवेशन में हुई चर्चाओं को साझा किया जाएगा। इनसे विभागीय कार्यों में तकनीकी प्रगति के महत्व और इसके उपयोग पर विचार-विमर्श किया जाएगा। भवन विकास निगम और लोक निर्माण विभाग के भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) इंदौर से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 26 युवा इंजीनियर कार्यशाला में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। इन रिपोर्ट्स में प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान और उसे व्यावहारिक रूप से लागू करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा होगी।
चार समूहों के माध्यम से आएगी रिपोर्ट
- कार्यशाला को प्रभावी बनाने के लिए 4 समूहों का गठन किया गया है। हर समूह निर्माण क्षेत्र में नवीनतम तकनीक पर चर्चा कर रिजल्ट बेस्ड ठोस कार्य योजना तैयार करेगा।
- कार्य योजना लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के समक्ष पेश की जाएगी।
- कार्यशाला में भारतीय प्रबंध संस्थान इंदौर के डीन रोहित कपूर भी शामिल हो रहे हैं। वे नवीनतम तकनीक के व्यावहारिक उपयोग के महत्व को रेखांकित करेंगे।
- कार्यशाला का उद्देश्य निर्माण और भवन विकास क्षेत्र में तकनीकी नवाचार को शामिल करना, युवा इंजीनियरों की क्षमताओं को बढ़ाना, और विभिन्न विकास परियोजनाओं की कार्य योजना को अधिक सटीक और प्रभावी बनाना है।